अभी तक आप और हम यही सोचते थे कि भारत में सबसे ज्यादा तस्करी अगर किसी चीज की होती है तो वह है सोना.
सोने से महंगी और कीमती चीन वैसे हमको कुछ लगती भी नहीं है.
वैसे भी इस समय जब नोट बंदी का समय चल रहा है तो सबसे मंहगी चीज सोना ही लगता है. हर कोई चाहता है कि बस उसके काले रुपैय से कैसे भी कैसे बस सोना खरीद हो जाये.
लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं कि एक चीज और भी है जो सोने से अधिक तस्करी के लिए फेमस हो गयी है.
वह दौर अब पीछे छूट गया है जब हम अखबारों में खबरे पढ़ते थे कि हवाई अड्डे पर करोड़ों का सोना पकड़ा गया.
अब स्थिति बदल गई है क्योंकि भारत में सिगरेट की तस्करी ने सोने की तस्करी को भी पीछे छोड़ दिया है. जी हाँ आप बेशक इस खबर को अभी मजाक में ले रहे होंगे किन्तु आपको बता दें कि सिगरेट की तस्करी अभी सोने से अधिक की जा रही है. फिक्की-कासकेड की एक रपट के मुताबिक भारत में सिगरेट की तस्करी तेजी से बढ़ती जा रही है.
ख़ुफ़िया एजेंसियों की निगाह भी अब सिगरेट की तस्करी पर रहने लगी है.
हालत यह है कि सोने की तस्करी से ज्यादा देश में इस समय सिगरेट की तस्करी हो रही है. रपट में जो आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं उसके मुताबिक पिछले एक साल में सिगरेट की तस्करी 79 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गयी है. वर्ष 2015-16 में 162 करोड़ रुपए मूल्य की तस्करी की सिगरेट जब्त की गई है जबकि 2014-15 में 90.75 करोड़ रुपए की सिगरेट जब्त की गई थी. रपट में कहा गया है कि भारत में सिगरेटों की तस्करी बढ़ने की मुख्य वजह इसके ऊँचे कर हैं.
सिगरेट की तस्करी को कम जोखिम व ऊँची आय वाला अपराध माना जाता है. वर्तमान में सिगरेट पर बढ़ते कर की वजह से यह कर चोरी यानी तस्करी के लिहाज से फायदे का सौदा माना जा रहा है.
असल में आपको बता दें कि जो देश अच्छी और मंहगी सिगरेट बनाते हैं वह अधिकतर बाहर के देश हैं और भारत आते-आते इनके ऊपर इतना टैक्स लग रहा है कि तब इन विदेशी सिगरेट के दाम बढ़ जाते हैं इसलिए तस्कर अपने ग्राहकों के लिए जोखिम तक उठाने के लिए तैयार हो रहे हैं.
तो अब आप समझ रहे हैं ना कि आखिर क्यों इन दिनों सिगरेट की तस्करी बढ़ रही है.
असल में सिगरेट एक ऐसा नशा है, जो युवाओं में भी और बड़े बुजुर्गों में बड़े स्तर पर दिख रहा है.
सोना एक निश्चित वर्ग तक ही सीमित रहा है जबकि सिगरेट के साथ ऐसा नहीं है. इसलिए इन दिनों बड़े स्तर पर सिगरेट की तस्करी हो रही है और ख़ुफ़िया एजेंसियों की भी यहाँ बराबर निगाह बनी हुई है.