सीआईडी – सोनी टीवी पर आने वाला सीआईडी हर किसी ने देखा होगा।
भारत में ऐसा कोई इंसान नहीं होगा जिसने सीआईडी का नाम नहीं सुना होगा। जब भी यह बात कही जाती है कि टीवी पर केवल महिलाप्रधान ही धारावाहिक चलते हैं तो सीआईडी सबसे बड़ा एक्ज़ाम्पल होता है। सीआईडी एक पुरुषप्रधान सीरियल है जिसमें मेन रोल में किवल पुरुष हैं। एक लड़की हमेशा होती है लेकिन वह हमेशा बदलते रहती है। जब कि दया, अभिजीत और शिवाजी सतम अंत तक बने रहे।
पर्दे पर किया राज
मतलब कि यह आसानी से कहा जा सकता है कि सीआईडी ने पर्दे पर बीस साल तक राज किया है। जब सोनी के सारे धारावाहिक फ्लॉप जा रहे थे तो एक सीआईडी ही था जिसने चैनल की टीआरपी संभाली हुई थी। क्या बच्चे, क्या बड़े और क्या बूढ़े, इसे हर उम्र का इंसान देखता था और इसके लिए कई बार लोग क्रिकेट मैच (भारत-पाकिस्तान का मैच नहीं) भी छोड़ देते थे।
1998 में हुआ था ऑनएयर
सीआईडी का पहला एपिसोड 21 जनवरी, 1998 को टीवी पर ऑनएयर हुआ था। आखिरी एपिसोड 27 अक्टूबर, 2018 को आएगा और उसके बाद हमेशा के लिए ऑफएयर हो जाएगा। अब तक सीआईडी के कुल 1546 एपिसोड टीवी पर आ चुके हैं। मतलब कि यह एकता कपूर के शो से भी ज्यादा लंबा चला है।
इस शो के बंद होने की बात दयानंद शेट्टी ने अखबार और वेब पोर्टल ‘मुंबई मिरर’ को बताई। लेकिन अब ऐसा क्या हो गया कि सुपरहिट शो सीआईडी को चैनल ऑफ एयर करने वाला है?
सीआईडी टीम और चैनल के बीच हुई कुछ समस्या
दयानंद शेट्टी ने ही बताया कि सीआईडी के बंद होने की बात पिछले कई दिनों से चल रही थी। लेकिन ये सब जिस तरह से हुआ वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हर दिन की तरह पूरी टीम शूटिंग कर रही थी, तभी शो के प्रोड्यूसर बी.पी. सिंह ने बताया कि शो की शूटिंग अनिश्चितकाल के लिए रोक दी गई है। क्योंकि उनकी टीम और चैनल के बीच कुछ समस्या हो गई है। इस समस्या के बारे में फिलहाल कुछ जानकारी नहीं है।
शुरू से अब तक वही किरदार
सीआईडी की सबसे खास बात यह है कि इस शो के मुख्य किरदार शुरुआती दौर (1998) से अंत तक वही रहे। जहां एकता कपूर के सीरियल में हर साल प्लास्टिक सर्जरी करवा कर किरदार के चेहरे बदल दिए जाते थे वहीं इस शो में अंत तक सभी किरदार वही रहे। इसलिए तो इन किरदारों से आम दर्शकों का एक अपनापन बन गया।
सीआईडी की सबसे अच्छी बात है कि इसका प्रमोशन कभी नहीं किया गया फिर भी इसके किरदार लोगों के चहेते हैं।
शिवाजी साटम- एसीपी प्रद्यूमन
ये सीआईडी चीफ हैं। इनके हर चीज को शक की नजर से देखने का तरीका और अजीबोगरीब एक्सप्रेशन देकर यह बोलना कि ‘कुछ तो गड़बड़ है दया’, लोगों को काफी पसंद है। सोशल मीडिया में इनके बोलने के एक्सप्रेशन के साथ काफी जोक्स शेयर किए जाते हैं।
शिवाजी इस शो के अलावा कई फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। जिनमें ‘यशवंत’, ‘वास्तव’, ‘सूर्यवंशम’ और ‘गर्व’ जैसी फिल्में प्रमुख हैं।
आदित्य श्रीवास्तव- सीनियर सब-इस्पेक्टर अभिजीत
इनके ऊपर कई लड़कियां मरती हैं। यह सीरियल के ऐसे किरदार हैं जिनका रोमांटिक अंदाज दिखाया गया है और लोगों को खूब पसंद भी आया है। इनका डॉ. सालुंखे की जूनियर फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. तारीका पर क्रश है। आदित्य भी सीआईडी के अलावा कई फिल्मों में काम कर रहे थे। आने वाले दिनों वो ऋतिक रोशन स्टारर ‘सुपर 30’ में दिखने वाले हैं।
दयानंद शेट्टी- सीनियर सब-इंस्पेक्टर दया
दया, दरवाजा तोड़…
यह एक लाइन दया के साथ काफी फेमस है। यह अपने फैन्स के बीच दरवाजे तोड़ने के लिए जाने जाते हैं। जब शो का कोई विलेन खुद को कमरे में बंद कर लेता है या किसी मर चुके आदमी के घर में घुसना होता है, तो एसीपी साहब कहते हैं- ‘दया दरवाज़ा तोड़ दो’ और दया एक बार में ही दरवाजा तोड़ देता था। दयानंद अजय देवगन के साथ फिल्म ‘सिंहम 2’ में नज़र आए थे और उस फिल्म में भी उनका नाम दया ही था।
दिनेश फड़निस- इंस्पेक्टर फ्रेड्रिक्स
यह साआईडी में कॉमेडी का तड़का लगाता था। दिनेश ‘सरफरोश’, ‘मेला’ और ‘ऑफिसर’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
नरेंद्र गुप्ता- डॉ. सालुंखे
यह सीआईडी के फोरेंसिक एक्सपर्ट हैं। यह टेस्ट ट्यूब में एक बूंद लिक्विड डालकर सारे केस सॉल्व कर लेते हैं।
ये पांच मेन केरेक्टर हर फैन्स के दिल में बसते हैं और इस शो के ऑफएयर होने से इनके फैन्स को भी रोना आ रहा है। जिसका अंदाजा आप सोशल मीडिया में वायरल हो रहे पोस्ट से लगा सकते हैं। बाय सीआईडी टीम।