आतंकी मसूद अजहर को बचाने वाले चीन को अब अपने यहां इस्लामी आतंकवाद का डर सताने लगा है.
चीन को डर है कि इस्लाम के नाम पर जो कट्टरपंथ की हवा बह रही है उसकी चपेट में उसका शिनजियांग प्रांत भी आ सकता है.
चीन पाकिस्तान में पलने वाले कट्टरपंथी आतंकियों को भले ही संरक्षण दे लेकिन अपने यहां वह इस्लाम का नाम भी नहीं सुनना चाहता है.
यही वजह है कि 12 अक्टूबर को चीन सरकार ने जो नई शिक्षा नीति की घोषणा की है उसके अनुसार अगर कोई मां-बाप या अभिभावक अपने बच्चों पर धार्मिक चीजों को थोपता पाया जाता है तो उसको गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाएगा.
चीन का कहना है कि उसके शिनजियांग प्रांत में मां-बाप जबरदस्ती अपने बच्चों पर इस्लाम की शिक्षा थोप रहे हैं. माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों को धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल कराने के लिए लालच या भय दिखाते हैं. दरअसल, शिनजियांग की कुल आबादी में करीब 40 प्रतिशत (लगभग एक करोड़) लोग उइगर मुस्लिम समुदाय के हैं. ये प्रांत पिछले काफी समय से इस्लामी चरमपंथी हिंसा से प्रभावित रहा है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं.
हालांकि उइगर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के अनुसार यहां होने वाले प्रदर्शन दमनकारी चीनी पुलिस के खिलाफ होते हैं. लेकिन चीन को लगता है कि यदि इनको अभी दबाया नहीं गया तो दुनिया के बाकी देशों की तरह उसके यहां भी मुस्लिम चरमपंथी हावी हो जाएगें.
यही कारण है कि चीन सरकार इस इलाके में उइगर मुस्लिम समुदाय की आबादी कम करना चाहता है. इसके लिए उसकी कोशिश है कि मुस्लिमों की आबादी पर नियंत्रण किए जानें के साथ वहां चीन के हान समुदाय को काफी संख्या में बसाकर उनकों राजनीति, सामाजिक और धार्मिक रूप से कमजोर कर दिया जाए.
इसके लिए चीन ने एक नया तरीका इजाद किया है. उसने इस इलाके में फरमान जारी कर कहा है कि उइगर मुस्लिम समुदाय के माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों को मस्जिद या मदरसे मे अपने साथ नहीं ले जा सकते हैं. यदि वे ऐसा करते हैं कि तो उनको चरमपंथी विचारों को बढ़ावा देने का दोषी मानकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं वे उन्हें धार्मिक कपड़े या दूसरे पहचान चिन्ह पहनने पर बाध्य नहीं कर सकते हैं. यहां तक कि शिनजियांग के स्कूलों में भी किसी तरह के धार्मिक आयोजन पर रोक रहेगी.
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में चीन प्रशासन कई धार्मिक स्कूलों और मदरसों पर छापा मार कर कई मौलवियों और इमामों को जेल में डाल चुका है.
चीन ने शिनजियांग प्रांत में मुस्लिम पुरुषों के दाढ़ी रखने और महिलाओं के बुरका पहनने पर रोक लगा रखी है. यहां तक की उइगर मुस्लिम समुदाय रमजान के महीने न तो पूरे दिन रोजा रख सकते हैं और न ही मस्जिद में तेज अवाज में नवाज पढ़ सकते हैं.
उइगर मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि शिनजियांग में हाल के दिनों में हान समुदाय के लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है और ये लोग उनके कारोबार पर कब्जा कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन करने वाले उइगर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के संग चीन सख्ती से पेश आता रहा है और उनको जल में डाल देता है.
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