कुछ ही दिन पहले असहिष्णुता जैसे बनाये गए मुद्दे पर लोगों को भड़काने का काम करने वाले राजनेताओं, समाचार चैनल, सोशल मीडिया के बिकाऊ क्रांतिकारियों के मुंह पर करारा तमाचा तब पड़ा जब इस आपदा की घड़ी में असली भारत ने दिखाया की हम आज भी वैसे ही है.
लोगों ने एक दुसरे की हर संभव तरीके से मदद करनी शुरू की. कट्टरवादी हिन्दू संगठन हो या मुस्लिम संगठन या कॉर्पोरेट या आम आदमी सभी ने धर्म, जाति सबसे ऊपर उठकर इंसानियत का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया.