ENG | HINDI

यहां 40 साल से अधिक कोई नहीं जीता, अगर कोई जी जाये तो उसे मार दिया जाता है !

चड

इस दुनिया में एक से बढ़कर एक चीजें होती रहती है.

दुनिया के हर कोने में अलग-अलग रीति रिवाज, लोगों के रहन-सहन के तरीके, हर एक चीज़ बदल जाते हैं.

काफी कुछ ऐसा होता है कि लगता है जैसे इस रहस्य से पर्दा उठना बेहद जरूरी है. इस विश्व में ऐसी कई जगहें हैं जहां के तौर तरीके हैरान कर देने वाले हैं. उसी में से ये हकीकत भी एक देश की है जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे. सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि कैसे-कैसे लोग होते हैं. और लोगों की जिंदगी ऐसी भी हो सकती है क्या ?

इस रहस्यमयी देश के किस्से आपने कभी नहीं सुने होंगे. इस जगह कोई भी इंसान ज्यादा लंबी आयु तक नहीं जी सकता. और अगर किसी की जिंदगी 40 को क्रॉस कर जाए तो उसे जबरन मौत के मुंह में धकेल दिया जाता है.

चड

आज जबकि साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है. मेडिकल साइंस ने लगभग हर बीमारी से लड़ने का इलाज ढूंढ लिया है. लेकिन इसके बावजूद दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं जहां लोग ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह पाते.

चलिए हम आपको बताते हैं उस देश के बारे में जहां मनुष्य लंबे समय तक नहीं जी पाते. और नहीं जी पाने के पीछे की वजह क्या है.

आज विज्ञान के इस दौर में कम ही बीमारी है जिसका इलाज नहीं ढूंढा जा सका है. इस विश्व में सेंट्रल अफ्रीका की गिनती सबसे गरीब देशों में होती है. इस जगह के लोग 40 साल की उम्र के बाद नहीं जीते क्योंकि यहां बीमारियों ने बुरी तरीके से अपना पांव पसारा हुआ है. इन बीमारियों में HIV/AIDS, मलेरिया और मीजल्स जैसी जानलेवा बीमारियां शामिल है.

चड

इन बीमारियों के कारण यहां इंसान बेमौत मरने को मजबूर है. गरीबी की वजह से इस देश में क्राइम इतना है जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते. दुनियाभर में मर्डर रेट सेंट्रल अफ्रीका में सबसे अधिक है. इस वजह से भी लोगों को बेवक्त मौत के घाट उतार दिया जाता है.

विश्व के सबसे गरीब देशों में शुमार चड

पॉलिटिकल वायलेंस की वजह से काफी लंबे समय से जूझ रहा है चड. दुनिया के सबसे अधिक गरीब देशों में चड की गिनती होती है. करप्शन के मामले में भी चड को टॉप पर रखा गया है. इस जगह के लोग 48 साल की उम्र से अधिक नहीं जी पाते.

चड

दोस्तों ये बात तो निश्चित है कि जहां पर भी गरीबी होगी वहां परेशानियों का अंबार होगा. गरीबी की वजह से लोगों को सही आहार नहीं मिल पाता, हरतरफ गंदगी फैली रहती है. लोगों का रहन-सहन अच्छा नहीं होता जिस वजह से बीमारी को पैर पसारने में काफी आसानी हो जाती है. ऐसे में जालेवा बीमारियां लोगों को बेवक्त मौत देती रहती है.

और जहां तक बात क्राइम की है तो सोचने वाली बात है कि अगर व्यक्ति सुखी रहेगा, उसकी आमदनी अच्छी होगी तो उसे किसी तरह से लूटपाट, मर्डर इत्यादि करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसे में क्राइम नहीं होगा. लेकिन गरीबी इंसान से बुरे कर्मों को करने के लिए प्रेरित करती है. तभी तो आप अगर गौर करें तो जिन भी जगहों पर जितनी ज्यादा गरीबी होगी वहां क्राइम के मामले उतने ज्यादा होंगे.