बाढ़ की वजह – ज्योतिषशास्त्र में खगोलीय घटना ग्रहण का बहुत महत्व है।
जब भी कोई ग्रहण होता है तो हमारे महान और अनुभवी ज्योतिष संसार पर उसके प्रभाव की गणना करने लगते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। अब तक साल में तीन चंदग्र ग्रहण और तीन सूर्य ग्रहण पड़ चुके हैं। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अभी कुछ दिनों पहले ही 11 अगस्त को गया है। ये सूर्य ग्रहण पूरी दुनिया के लिए बहुत खास था और आपको बता दें कि भारत में भले ही ये ग्रहण ना दिखा हो लेकिन इसका विनाशकारी प्रभाव अब तक चल रहा है।
कब-कब पड़ा ग्रहण
इस साल 15 फरवरी और 13 जुलाई को सूर्य ग्रहण पड़ चुका है और साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 11 अगस्त को पड़ा था। 11 अगस्त को आए सूर्य ग्रहण से पूर्वोत्तर भारत और चीन में भारी वर्षा से बाढ़ आने के योग भी बन रहे थे जोकि सच साबित हुएl पिछले महीने 27 /28 जुलाई की मध्य-रात्रि को पड़े सदी के सबसे बड़े चंद्र -ग्रहण के बाद भारत के कई राज्यों में भारी वर्षा से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई तो वही दूसरी और यूरोप में रिकॉर्डतोड़ गर्मी देखी गई।
देश में बाढ़ की स्थिति
बाढ़ की वजह – हम सभी जानते हैं कि पिछले महीने की 27 जुलाई को पड़ने वाले चंद्रग्रहण से ही देश में भारी वर्षा शुरु हो गई थी। अब तक साल के आखिर सूर्य ग्रहण से भी देश में भारी वर्षा चल रही है। केरल का हाल तो आप जानते ही होंगें। कुछ दिनों से केरल में बहुत तेज बारिश हो रही है और भगवान की धरती कहे जाने वाले इस राज्य में आपातकालीन स्थिति की घोषणा की जा चुकी है। कहा जा रहा है कि केरल कभी भी किसी भी समय बाढ़ की चपेट में आ सकता है।
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में भी बाढ़, भूस्खलन और तेज बारिश का माहौल है। यहां आवागमन के सभी रास्ते बाधित हो चुके हैं। पूरे देश में तेज बारिश की वजह से चिंता का माहौल बना हुआ है। अगर केरल में बाढ़ आती है तो जन और धन का बहुत नुकसान होगा और उत्तराखंड राज्य तो पहले से ही कई तरह के मामलों से जूझ रहा है। ऐसे में उसका साम्राज्य डूब सकता है।
ज्योतिषियों की मानें तो देशभर में आ रही इस भारी विपत्ति का कारण सूर्य और चंद्र पर लगा ग्रहण ही है। उन पर लगे ग्रहण की वजह से ही भारत पर कोई ना कोई मुश्किलें आ रही हैं। इन ग्रहणों से पहले ही ज्योतिषियों ने इस बात की चेतावनी दे दी थी कि ग्रहण के असर से भारत पर कोई प्राकृतिक विपदा आ सकती है और वो वही हुआ।
अगर ऐसा ही चलता रहा और बारिश नहीं थमी तो केरल में बाढ़ आने से कोई नहीं रोक सकता है। वहीं उत्तराखंड राज्य तो अभी से ही पानी से भर गया है।
बाढ़ की वजह – ग्रहण के असर की वजह से भारत ही नहीं बल्कि चीन भी परेशान है। अब देखते हैं कि सरकार देश की इन प्राकृतिक समस्याओं का क्या उपाय निकालती है। वैसे क्या आपको भी लगता है कि देश में प्राकृतिक आपदा का कारण ग्रहण हैं ?