12 वीं के बाद – 10 वीं कक्षा तक छात्रों को लगता है कि करियर चुनना बहुत आसान है क्योंकि यहाँ तक की पढाई में ज्यादा विभिदता नहीं होती है और छात्र उसी आधार पर मनपसंद करियर को अपनी मुट्ठी में समझता है।
लेकिन यह अधिकांश मामलों में सच नहीं हो पता। जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आप पाते हैं कि एक करियर चुनना एक जटिल एवं बहु-चरणीय प्रक्रिया है।
इसके बारे में सीखने की आवश्यकता है और जिन विकल्पों पर आप विचार कर रहे हैं, वो आपकी आर्थिक, पारिवारिक व बौद्धिक परिस्थितियों के अनुकूल है या नहीं। 12 वीं के बाद विकल्पों की समीक्षा के लिए शुरुआती बिंदु एवं विषयों की आपकी पसंद है। आप बड़े होने पर क्या करना चाहते हैं, इसका सही फैसला १२ वीं की पढाई करते समय या पास करने के बाद ही कर पाते हैं और हो भी तभी पाता है।
12 वीं के बाद आपके सामने निम्न विकल्प खुलते हैं —
(१) आगे उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर हों।
(२ ) किसी सरकारी नौकरी की तैयारी करें।
(३) प्राइवेट नौकरी करें और पढाई समाप्त कर दें।
(४) प्राइवेट नौकरी के साथ -साथ उच्च शिक्षा भी प्राप्त करते रहें।
(५) सरकारी नौकरी की तैयारी के साथ-साथ उच्च शिक्षा भी प्राप्त करते रहें।
(६) अपना छोटा – मोटा व्यापार शुरू करें।
(७) अपने पैतृक व्यवसाय में हाथ बटाएं।
(८) अपने व्यवसाय के साथ- साथ प्राइवेट शिक्षा ग्रहण करें।(९) १२ वीं के बाद 6 माह या 1 साल का कंप्यूटर कोर्स या अन्य कोई उपयोगी कोर्स करके अपने योग्यता को निखारें, जिसका प्रयोग आप नौकरी या अपने व्यवसाय में कर सकते हैं।
(१०) किसी खेल में अपना भविष्य करना।
इन विकल्पों में से उपयुक्त विकल्प का चुनाव करते समय विभिन्न प्रकार की परिस्थियों का आंकलन करना होगा जैसे – आपकी पढाई में रूचि व क्षमता, आपका परिवार आगे की पढाई कराने में सक्षम है या नहीं, परिवार में आपकी जिम्मेदारी, आपकी शारीरिक क्षमता आदि। इन सभी बिंदुओं पर मैं यहाँ विस्तार से चर्चा करूँगा ताकि आपको अपना फैसला लेने में आसानी हो और करियर की दुविधा में सही डगर मिले। इसके लिए आप निरन्तर मेरे लेख पढ़ते रहें।
दोस्तो सबसे पहला विकल्प है कि आगे की पढाई की जाये, तो यह विकल्प आज के दौर में अत्यन्त कठिन है और इसका चुनाव ही एक छात्र के जीवन की दिशा एवं दशा को निर्धारित करता है।
एक गलत निर्णय जीवन भर के लिए न केवल पछतावे का कारण बन सकता है अपितु जीवन को बर्बाद अथवा अंत भी कर सकता है। अतः आवश्यक है कि सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते सही व उचित निर्णय किया जाए। आगे की पढाई में अनेक शाखाएं निकल आती हैं जैसे स्नातक में – B.A, B.COM, B.SC, BBA, BCA, B.TECH, B.E., LL.B अदि। डिप्लोमा कोर्सेस में – B. PHARMA, D.PHARMA, PGDCMA, NURSING, JOURNALISM, इसके अतिरिक्त ITI, POLYTECHNIC इत्यादि भी किया जा सकता है।
समस्या यहां भी ख़त्म नहीं होती है क्योंकि इन सभी कोर्सेस की भी अनेक शाखाएं या विकल्प हैं जिन्हें चुनने में आपको अच्छी-खासी मेहनत और माथापच्ची करनी होगी।
12 वीं के बाद करियर का निर्णय लेने में पहला कदम दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करना है। एक बार आपके पास दीर्घकालिक लक्ष्य हो जाने के बाद, आप इसे प्राप्त करने योग्य अल्पकालिक लक्ष्यों में विभाजित कर सकते हैं।
छात्रों को इसके बारे में सोचने में पर्याप्त समय बिताना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो माता-पिता और शिक्षकों से सहायता लें। उन कारणों के बारे में सोचें जो आपको पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रेरित बनाएंगे, यहां तक कि कई बार यह अपने उबाऊ काम लगता है ।
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