पब्लिक रिलेशंस, जैसा कि नाम से ही साबित होता है, एक ऐसा करियर है जहाँ आपको लोगों के साथ बात-चीत का गुर आना चाहिए, अनजान लोगों को पलक झपकते ही दोस्त बनाने की कला आनी चाहिए और आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स दमदार होनी चाहिएँ!
अगर आप यह सब कर सकते हैं तो इस करियर में आगे बढ़ने से आपको कोई नहीं रोक सकता!
आज की दुनिया में जहाँ शराफ़त से व्यापार करना ज़रूरी है, वहीं ये भी ज़रूरी है कि लोगों को पता चले कि आप कैसा काम कर रहे हैं, कहाँ कर रहे हैं और आपके काम से किस-किस को फ़ायदा पहुँच रहा है!
ये सभी कुछ पब्लिक की नज़रों में लाने वाले ही पब्लिक रिलेशंस का काम करते हैं और पी आर एजेंट कहलाते हैं!
आज हम जानते है कि पब्लिक रिलेशन में करियर कैसे बनाये….
चाहिए क्या?
सबसे पहले आपको भाषाओं का ज्ञान होना बहुत ज़रूरी है| अपनी मातृ भाषा के अलावा अंग्रेज़ी पर पकड़ मज़बूत होनी बहुत ज़रूरी है क्योंकि आये दिन आपको मीडिया से डील करना पड़ता है, लिख कर और बोल कर अपनी बात समझानी पड़ती है जिसके लिए आपकी शब्दों पर पकड़ कमाल की होनी चाहिए!
उसके बाद आप के सर पर एक जुनून होना चाहिए कि कॉलेज के बाद भी किताबें पढ़नी हैं, मीडिया के साथ एक अटूट रिश्ता कायम करना है और काम करते वक़्त घड़ी की तरफ़ मुड़ के भी नहीं देखना!
अब यह जानते हैं कि इसका कोर्स कहाँ से कर सकते हैं| भारत के तीन सर्वोच्च कोटि के इंस्टिट्यूट हैं:
- ज़ेवियर इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास्स कम्युनिकेशन, मुंबई
- सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट, पुणे
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, नयी दिल्ली!
कोर्स कर लिया तो नौकरी कहाँ मिलेगी?
बदलते समय के साथ मीडिया के अलावा हर बड़ी कंपनी में पी आर एजेंट्स की ज़रुरत हमेशा बनी रहती है! नौकरी की कमी नहीं है और ना ही तनख्वाहों की! बल्कि आज कल तो कई पी आर एजेंट उतना पैसा बना लेते हैं जितना कि आई टी या मार्केटिंग में काम करने वाले! ज़रुरत है आपकी अपने काम में निपुणता की!
तो फिर लग जाइए अपनी स्किल्स पर काम करने में, कोर्स कर डालिये और पा लीजिये अपनी मर्ज़ी की नौकरी किसी भी बड़ी कंपनी में! बस ये जान लीजिये कि ये आसान नहीं है तो बहुत मुश्किल भी नहीं है!
सब निर्भर करेगा आपकी पर्सनैलिटी पर!