यूं तो डॉक्टर बनने की चाहत कई युवा रखते है कई अपने इस सपने को पूरा कर भी लेते है लेकिन ज्यादातर युवाओं का रुझान एमबीबएस करने की तरफ होता है क्योंकि इसमें आमदनी ज्यादा होती है साथ ही तत्काल चिकित्सा के लिए लोग एलौपैथी का सहारा लेना पसंद करते है क्योंकि ये तेजी के साथ काम करती है.
एलौपैथी के साथ आजकल आयुर्वेद में भी लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है.
वजह है कि इन दवाओं के सेवन से कोई साईड ईफ़ेक्ट नहीं होता है जो कि आमतौर पर एलौपेथी चिकित्सा की सबसे बड़ी कमी मानी जाती है. साथ ही एलोपैथी चिकित्सा बहुत ही खर्चीली भी होती है. ऐसे में अब वो दिन गए जब युवा सिर्फ एलोपैथी में ही दिलचस्पी लेते थे. अब आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में भी उन्हे अपना भविष्य सुनहरा दिख रहा है.
आयुर्वेद चिकित्सा में महारथ हासिल करने के स्टूडेंट्स लिए आयुर्वेदिक कॉलेज में एडमिशन ले रहे है.