पिछले हफ्ते ओटावा में हुए सालाना संसदीय प्रेस गैलरी मैं आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्र्डो ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘मैं भारत की यात्रा पर गया ही नही, उसकी कोई याद नहीं’.
जस्टिन ट्र्डो ने ये मजाक करते हुए भी भारत दौरे २०१८ पर 15 मिनट तक स्लाइड शो दिखाया और अपने इस दौरे पर भाषण भी दिया. ये शो प्रेस गैलरी डिनर के दौरान चलाया गया था. ट्रूडो के स्टेज पर आने के दौरान ‘जय हो’गाना बजाया गया और उन्होंने नमस्ते कहकर सबका अभिवादन भी किया.
जस्टिन ट्र्डो ने अपने भारतीय दौरे २०१८ पर कई मौकों पर बारी-बारी जिक्र किया और उस पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी भी की. उनके भारत पहुंचने पर भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी या किसी केंद्रीय मंत्री की जगह कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र शिखावत की ओर से आगवानी किए जाने पर मजाक उड़ाया. स्लाइड शो के दौरान एयरपोर्ट पर जब कृषि मंत्री के स्वागत वाली फोटो आई तो उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘कृषि मंत्री कि ओर से’. उनके इस टिप्पणी पर वहाँ लोग हँसने लगे. भारत की ओर से स्वागत के लिए जूनियर मंत्री के भेजे जाने पर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खासी अलोचना भी की गई.
इस स्लाइड शो के दौरान सबसे खास चेहरा जो दिखा वो था बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का, जब स्लाइड शो के दौरान ट्रृडो की तस्वीर शाहरुख के साथ आई तो उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा की इस दौरे के दौरान मैंने कई दफा भारतीय परंपरागत ड्रेस पहनी और उसको लेकर खासी आलोचना हुई लेकिन आपने में से किसी ने इस बाद की चर्चा नहीं की जब मैं दौरे के दौरान कनाडा में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश करने वाली इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख से मिला, क्योंकि मैंने उस समय शर्ट और पेंट पहन रखी थी. जस्टिन ट्र्डो ने शाहरुख से मुलाकत के समय गोल्डन रंग की शेरवानी पहन रखी थी जब्कि खुद शाहरुख काले रंग के सूट में थे. इस पर उन्होंने कहा, ‘हममें से एक ने सही ड्रेस नहीं पहनी थी, यह मेरे लिए बहुत शर्मसार करने वाला था.’
भारत दौरे के दौरान मुंबई में शाहरुख स मिलने के अलावा जस्टिन ट्र्डो ने आगरा और अमृतसर समेत कई जगहों के दौरों के दौरान भारतीय ड्रेस ही पहनी थी. अपने भाषण के अंत में उन्होंने ‘फिन’शब्द का उपयोग किया जिसका फ्रेंच में अर्थ है ‘अंत’. उन्होंने आगे कहा, लेडीज एंड जेंटलमैन, यही भारत है. सभी दौरों के अंत शुरुआत. उन्होंने साथ में कहा की अब मैं किसी दौरे पर नहीं जा रहा.
देखा जाए तो जस्टिन ट्रृडो का भारतीय दौरे की शुरुआत में ही बहुत बड़ा अपमान कर दिया गया था. क्योंकि आज से पहले किसी भी देश के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है कि बाहरी देश के प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए कोई छोटा मंत्री जाए. बता दे की जस्टिन ट्रृडो अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ 18 फरवरी को 7 दिन के दौरे के लिए भारत आए थे. जिसके दौरान उन्होंने दिल्ली के अलावा ताजमहल और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर यानि गोल्डन टेंपल में मत्था टेका साथ ही लंगर में प्रसाद भी खाया.