चीन इस समय भारत में कुछ 50 अरब डालर से ऊपर का व्यापार कर रहा है.
अगले कुछ समय में चीन भारत के अन्दर 100 अरब डालर से ऊपर का व्यापार करना चाहता है.
वैसे समस्या यह नहीं है कि चीन भारत से अपनी अर्थव्यवस्था चला रहा है, समस्या है कि चीन भारत के पैसों से पाकिस्तान को पाल रहा है. भारत का पैसा चीन आतंकवाद को पालने में लगा रहा है. हमसे पैसा कमाकर चीन खुलेआम भारत का विरोध करता है. हर भारतीय के लिए इससे अधिक शर्म की बात और क्या हो सकती है कि हम अपना पैसा बेवकूफों की तरह लुटा रहे हैं.
वैसे अब चीनी सामान के विरोधी नारे सुनाई तो देने लगे हैं किन्तु लोग यह भी बोल रहे हैं कि अगर चाइना की लाइट नहीं लगायेंगे तो क्या लगायेंगे?
साथ ही सवाल उठ रहे हैं कि हमारे पास विकल्प ही कहाँ है अब?
आज हम आपको चाइना के सामान के विकल्प बता रहे हैं-
1. मिट्टी के दीपक से ही आती हैं लक्ष्मी माता
चीन दिवाली पर भारत में साल का सबसे बड़ा व्यापार करता है. चाइना की लाइट इस देश को मालामाल कर देती हैं. दिवाली पर भारत के हर घर में रोशनी होती है और इसी को देखते हुए ही चाइना ने भारत में अपनी लाइट उतारी थीं. किन्तु मिट्टी के दीये ही पर्यावरण को साफ़ भी करते हैं और वह पूरी तरह से प्राकृतिक भी हैं इसलिए आपको मिट्टी के दीयो का ही उपयोग करना चाहिए. ऐसा नहीं है कि जब लड़ियाँ आदि नहीं थीं तो लक्ष्मी माता घरों में नहीं आती थीं बल्कि तब लक्ष्मी जी की कृपा और ज्यादा अच्छी रहा करती थी.
2. कई तरह की भारतीय लाइट भी है बाजार में
जरुरी नहीं है कि आप 55 रुपैय की चाइना लाइट से घर सजाकर दिवाली मनायें. आपकी जेब से यह जो 55 रुपैय निकलते हैं यह तो सीधे ही चीन चले जाते हैं. जिसके बाद वह भारत को आँखें दिखाता है और सेना के दम पर भारत को बर्बाद करने का सपना देखता है. आप इस त्यौहार पर 55 की जगह 100 खर्च करें किन्तु भारतीय लाइट लें जो चाइना से अधिक समय तक चलती भी हैं और यह पैसा भी भारत में ही रह जाता है.
3. परिवर्तन खुद के अन्दर लायें
ऐसा नहीं है कि इस त्यौहार पर आपके पास विकल्प नहीं हैं. आपके पास कई सैंकड़ों भारतीय विकल्प हैं. किन्तु आप खुद के अन्दर सोच का परिवर्तन नहीं लाना चाहते हैं. आप त्यौहार पर घर को मोमबत्तियों से सजा सकते हैं. आप अगर चाइना के सामान से परहेज करेंगे तो इससे अच्छा भारत के लिए कुछ और हो नहीं सकता है.
4. चाइना से आई घड़ियाँ भी चीन को मालामाल करती हैं
त्यौहार का दिन है और आप बच्चों को समय के अनुकूल बनाने के लिए घड़ियाँ जरुर घर लाते होंगे और बाजार में सस्ती चाइना की घड़ी ही आपको पसंद आती होंगी. तो अब ऐसा है कि आप 200 रूपए अधिक देकर भारत की घड़ी ही खरीदें.
5. लोकल क्राफ्ट से सजायें घर
आपको त्यौहार पर घर देखने और दिखाने लायक बनाना है तो आप लोकल क्राफ्ट के सामान की तरफ बढ़ें. हर राज्य के पास इस तरह के साज-सज्जा के सामान उपलब्ध है आप चाहें तो एक बार इस तरह की चीजों से घर को सजाकर जरुर देखें.
6. मंदिर में है विकल्प ही विकल्प
जो लोग यह बोल रहे हैं कि चाइना के सामान का हमारे पास विकल्प नहीं है तो वह गलत हैं. असल में विकल्प की कभी कमी नहीं होती है बस कमी होती है कि आप विकल्प खोजना नहीं चाहते हैं. आप चाइना का लाइट वाला बल्ब मंदिर में अगर जलाते हैं तो उससे कोई फायदा आपके वातावरण को नहीं पहुचता है. वहीं आप मंदिर में घी का दीया जलाते हैं तो इससे आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. तो अब आप ही बताइए कि क्या बेहतर है?
ये है चाइना के सामान के विकल्प – तो इस तरह से इस त्यौहार के मौसम में आप चीन के सामान का बहिष्कार कर, चाइना के सामान के विकल्प खरीदकर, चीन को उसकी औकात दिखा सकते हैं. वक़्त आ गया है जब हमको चीन से कहना है कि हम चीन से नहीं हैं बल्कि चीन आज हमारी वजह से है.
ऐसा करने के लिए आपको इस त्यौहार के मौसम में चाइना के सामान के विकल्प यानि कि भारतीय चीजों को ही चुनना चाहिए.
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