नाकाम कारोबारियों की कहानी – आज तक आपने कारोबारियों की सक्सेस स्टोरी के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे कारोबारी धुरंधरों से मिलाने जा रहे हैं जो अपनी एक चूक के कारण फर्श से अर्श तक नही बल्कि अर्श से फर्श तक आ गए.
जी हाँ ये कुछ ऐसे धुरंधर हैं जो कर्जे में डूब कर खत्म हो गए.
तो आइए जानते हैं इन नाकाम कारोबारियों की कहानी –
नाकाम कारोबारियों की कहानी –
१ – बी रामालिंगा राजू
साल 1987 में बी रामालिंगा ने अपने साले डीवीएस राजू के साथ मिलकर देश की सबसे बडी सॉफ्टवेयर कंपनी सत्यम कंप्यूटर सर्विस लिमिटेड की स्थापना की थी. यह हैदराबाद की पहली स्टार्टअप कंपनी थी. देखते ही देखते ये कंपनी अपने क्षेत्र की चार सबसे बडी कंपनियों में गिनी जाने लगी. यहां तक कि इस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की आबादी 60 हजार तक पहुंच गई. लेकिन उसके बाद इस कंपनी के साथ कुछ ऐसा हुआ कि ये अर्श से फर्श पर पहुंच गई.
बी रामालिंगा राजू की कंपनी में मुनाफ़े में “फर्जीवाडा”स्वीकार करने के बाद से उनकी कंपनी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा. वर्ल्ड बैंक ने सत्यम कंपनी से अपना नाता तोड़ लिया जिसके बाद चार बोर्ड ऑफ डायरेक्टर समेत कंपनी के 120 कर्मचारियों ने इस्तीफ़ा दे दिया. कर्ज में डूबने के कारण राजू को कई साल जेल में काटने पड़े. फिलहाल वो कोर्ट द्वारा बेल पर कुछ समय के लिए बाहर हैं.
२ – विजयपत सिंघानिया
हाल ही में अपने कारनामों के लिए चर्चा में आने वाले विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे गौतम सिंघानिया पर उन्हें घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया था. बाप बेटे का ये केस फिलहाल कोर्ट में चल रहा है. आपको बता देंकि विजयपत सिंघानिया रेमेंड ग्रुप के फाउंडर हैं और देश के कई अरबपतियों में गिने जाते हैं. दरअसल, विजयपत अर्श से फर्श पर तब आए जब उनके बेटे गौतम ने उनके रेमेंड ग्रुप की चेयरमैनशिप संभालने का फैसला किया.
गौतम को बचपन से ही कारों का बड़ा शौक था जिसके चलते उनके पिता ने उनके 18वें जन्मदिवस पर गौतम को प्रीमियर पद्मिनी 1100 गिफ़्ट की थी. लेकिन जब से गौतम ने कारोबार संभाला है तब से उनके पिता विजयपत पर अपने घर के किराए देने तक के पैसे नही बचे हैं. एक समय पर विजयपत सिंघानिया का नेट वर्थ 1.4 बिलियन डॉलर था और आज को वही करोड़पति अपने घर और कारोबार सबसे दूर सड़क पर आ गया है.
ये है नाकाम कारोबारियों की कहानी – आप चाहे जितनी मर्जी सक्सेस स्टोरी पढ़ लीजिए लेकिन दुनिया का एक कड़वा सच असफलता आपको ना जाने जिंदगी के किस मोड़ पर मिल जाए. हम आज तक कामयाब लोगों की कहानियां सुन कर बहुत उत्साहित हुए हैं लेकिन ध्यान में रखेंकि ज़रा सी चूक इन बडे बिजनेसमैनों की तरह आपको भी अर्श से फर्श पर ला सकती है.