इंसान का जीवन नेचर के बिना अधूरा हो जायेगा.
आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि अगर नेचर नहीं रहा तो फिर हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को क्या दे पाएंगे. अपनीजरूरतों को पूरा करने के लिए हम बस पेड़ों को अंधाधुंध काटे जा रहे हैं.
वहीँ कुछ देशों में तो ऐसे कानून बनाये जा रहे हैं कि जिनकी मदद से आसानी से पेड़ों की कटाई की जासके.
पोलैंड में कुछ इस तरह का ही कानून सरकार ने पास किया कि अब आसानी से पेड़ काटने वाले लोग इनका उपयोग किसी भी तरह से कर सकते हैं किन्तु इस बात का विरोध हुआऔर जब सरकार किसी की नहीं सुन रही थी तब महिलाओं ने पेड़ों को बचाने के लिए इस तरह से खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग किया – अपने बच्चों को पेड़ के नीचे ब्रेस्टफीडिंग कराई ताकि हमारे बच्चे पेड़ों को अभी देख लें.
तो आइये देखते हैं कि किस तरह से महिलाओं द्वारा पेड़ों को बचाने के लिए इस तरह से खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग आंदोलन को अंजाम दिया जा रहा है-
पेड़ों को बचाने खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग –
ऐसे हुआ पेड़ों को बचाने के लिए इस तरह से खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग – तो अब देख सकते हैं कि आज के दौर में विरोध के कैसे-कैसे नये ततरीकों को खोजा जा रहा है. आपको विरोध एक इस तरीके को अधिक से अधिक शेयर करना चाहिए.
वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…
संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…
वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…
धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…
साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…
उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…