समुराई
ये जापानी योद्धा होते थे. समुराई दुनिया में सबसे उच्च कोटि के तलवारबाज़ माने जाते थे. हर समुराई मास्टर के पास अपनी एक विशेष तलवार होती थी. ये योद्धा सिर्फ खून बहाने या शौक के लिए लड़ाई नहीं लड़ा करते थे.
इनकी लड़ाई आत्मसम्मान और किसी मकसद के लिए होती थी. एक समुराई के लिए उसका आत्मसम्मान ही सबकुछ होता था, अपना खोया हुआ आत्मसम्मान पाने के लिए समुराई खुद के प्राण लेने से भी नहीं पीछे हटाते थे.