सचिन तेंडुलकर-
‘क्रिकेट के भगवान’। बल्लेबाजी के लगभग हर रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की कहानी किसी से छुपी नहीं है। वह मध्यम तेज गेंदबाज के रूप में अपने करियर की शुरुआत करना चाहते थे। मगर एमआरएफ पेस एकेडमी ने उन्हें बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने को कहा। यह बात कितने सही समय पर सचिन को बता दी गई वरना विश्व में लोगों को इतनी महान पारियां कहां देखने को मिलती। सचिन का विकेट गेंदबाज के लिए उपहार होता था। अपने अंतिम टेस्ट तक वह विरोधी टीम के लिए सबसे कीमती विकेट रहे जो कभी भी मैच का रुख पलट सकते थे। सचिन ने 200 टेस्ट में 53.78 की औसत से तथा 51 शतक व 68 अर्धशतकों की मदद से 15,921 रन बनाए। वन-डे में सचिन ने 463 मैच खेले जिसमें 44.83 की औसत और 49 शतक व 96 अर्धशतकों की बदौलत 18,426 रन बनाए। सचिन ने समय-समय पर गेंदबाजी से भी कमाल का प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी लोकप्रियता बल्लेबाज के रूप में ही स्थापित हुई। सचिन ने टेस्ट में 46 और वन-डे में 154 विकेट लिए।