बोतल का पानी बढाता है इन गंभीर बीमारियों का खतरा !
वो ज़माना कुछ और था जब लोग सफर में जाते वक्त घर से पीने का पानी साथ ले जाया करते थे. पहले मटके और नल का पानी लोगों को ज्यादा स्वादिष्ट और शुद्ध लगता था.
लेकिन जैसे-जैसे लोगों की आंखों पर आधुनिकता का चश्मा चढ़ता गया. लोगों को मटके या नल के पानी में खोट नजर आने लगी. इसलिए आज ज्यादातर लोग अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए बोतलबंद फिल्टर्ड पानी का या फिर आरओ वाले शुद्ध पानी को पीना पसंद करते हैं.
आलम तो यह है कि आज लोग जब भी घर से बाहर जाते हैं तो बाजार में मिलनेवाले बोतल का पानी को खरीदकर पीते हैं. इस तरह वो लोगों को बताने की कोशिश करते हैं कि वो अपनी सेहत के प्रति कितने ज्यादा सजग हैं.
बोतल का पानी पीनेवाले लोग अक्सर ये भूल जाते हैं कि वो जिस पानी को सुरक्षित समझकर पी रहे हैं वही पानी उनको कैंसर के साथ कई गंभीर बीमारियां भी दे सकता है.
आइए हम आपको बताते हैं बोतल का पानी पीने के कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स.
रिसर्च में हुआ खुलासा
हाल ही में मुंबई के भाभा रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि बोतल का पानी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. इन वैज्ञानिकों की मानें तो पानी को साफ करने में प्रोयग किए जानेवाले खतरनाक रसायनों की मौजूदगी इन बोतलों में पाई जा रही है.
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सामान्य मात्रा से करीब 27 गुना ज्यादा घातक रसायन बोतलबंद पानी में पाया जा रहा है जो कैंसर का सबसे बड़ा कारण बन सकता है. इस रिसर्च में करीब 35 जानेमाने फिल्टर्ड वॉटर के ब्रांड को शामिल किया गया था.
बोतलबंद पानी के साइड इफेक्ट्स
1 – रिसर्च में पाया गया है कि बोतलबंद पानी में क्लोराइड की मात्रा सामान्य से 21 गुना ज्यादा है. जो आंत, लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाता है.
2 – बोतलबंद पानी के बोतलों में पाए जानेवाले हानिकारक रसायन शरीर के कोमल टिश्यू को कठोर बनाने का काम कर रहे हैं.
3 – वैज्ञानिकों के मुताबिक बोतलबंद पानी महिलाओं के लिए ज्यादा घातक हो सकता है. इस पानी से महिलाओं में गर्भाशय से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं.
4 – रिसर्च में यह भी पाया गया है कि बोतलबंद पानी किडनी की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. यह पानी किडनी की सेहत पर विपरित असर डालता है.
5 – विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की रिपोर्ट के अनुसार बोतलबंद पानी के सेवन से हृदय रोग, कैंसर, किडनी की समस्या, मानसिक कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन और सिरदर्द जैसे कई रोग हो सकते हैं.
बहरहाल इन वैज्ञानिकों की मानें तो प्लास्टिक की बोतल पर्यावरण के लिए भी घातक है क्योंकि इसको पूरी तरह से नष्ट होने में 700 साल का समय लगता है. इसलिए अब आप जब भी बोतलबंद पानी खरीदने दुकान पर पहुंचे तो एक बार अपनी सेहत और पर्यावरण को होनेवाले नुकसान के बारे जरूर सोचें.
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