बोलीवुड की फ़िल्में – ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिये, एक आग का दरिया है और डूब के जाना है.
मोहब्बत का बुखार तो आज हर किसी को चढ़ा हुआ दिखता है लेकिन मोहब्बत निभाई कैसे जाती है यह किसी को नहीं मालूम है.
तो आज हम आपके लिए बोलीवुड की फ़िल्में जो लड़की पटाने और दुनिया से लड़ना सिखाती हैं और आप मोहब्बत करना और निभाना दोनों चीजें सीख सकते हैं-
बोलीवुड की फ़िल्में –
1. वीर-जारा
वीर को जारा से प्यार होता है और वीर अपने प्यार की तलाश में पाकिस्तान तक जाता है. पाकिस्तान में उसको पकड़ लिया जाता है और सालों तक जेल में रखा जाता है. वहीँ जारा वीर की तलाश में भारत आ गयी है. इस बेहतर रोमांटिक फ़िल्म बोलीवुड में आपको नहीं मिलेगी.
2. बॉम्बे
मनिरत्न की फिल्म बॉम्बे, एक उदाहरण है कि मोहब्बत धर्म और मजहब नहीं देखती है. फ़िल्म को देखते हुए आपको कई बार अपने प्यार की याद आ जाएगी. फ़िल्म में कई मौकों पर आँखों से आंसू आ जाने लाजमी हैं.
3. दिल वाले दुल्हनियां ले जायेंगे
राज और सिमरन की लव स्टोरी को भला कोई कैसे नजरअंदाज कर सकता है. असल में हमारे युवाओं पर प्यार का बुखार ही राज को देखकर चढ़ा था. जा सिमरन जी ले अपनी जिंदगी, यह डायलोग तो आज तक जीवित है.
4. तेरे नाम
सच्चे प्यार की बात की जाये तो सलमान खान अब ऐसे में कहाँ पीछे रह सकते हैं. तेरे नाम प्यार के ऊपर बनी एक अच्छी लव स्टोरी है. कोई इंसान सच्चे प्यार के लिए किस हद तक गुजर सकता है, आप यहाँ देख सकते हैं.
5. बाजीराव मस्तानी
बाजीराव से आप बहादुरी तो सीख ही सकते हैं बल्कि साथ ही में आप मोहब्बत कैसे की जाती है यह भी सीख सकते हैं. बाजीराव चाहता तो मस्तानी को भूल सकता था लेकिन सच्ची मोहब्बत में दोनों एक दूसरे के लिए जान देते हैं और अमर हो जाते हैं.
बोलीवुड की फ़िल्में – तो ये थी वो फ़िल्में जो लड़की पटाने और दुनिया से लड़ना सिखाती हैं. तो अब अगर आपने इनमें से कोई भी फ़िल्म नहीं देखी है तो आपको वह फ़िल्म जरूर देखनी चाहिए.
वैसे यह फ़िल्म आशिकों को बताती हैं कि मोहब्बत करना जितना आसान है उसको निभाना उतना ही मुश्किल भी है.