कामयाबी और शोहरत कितनी भी मिले लेकिन वक़्त की मार जिसको लगती है उसका बुरा समय शुरू होते देर नहीं लगती है.
फ़िल्मी दुनिया के महान कलाकारों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. फिल्मो की दुनिया में कामयाबी और शोहरत को चुमते हुए, रुपहरी परदे पर चमक चुके इन सितारों की ज़िन्दगी के अंतिम पल बहुत दुखद बीते थे.
आइये जानते है कौन कौन थी ये महान हस्तियाँ, जिनके पास कामयाबी और शोहरत के बाद भी कुछ नहीं था!
मीना कुमारी
ट्रेजड़ी क्वीन कहलाने वाली मीना कुमारी जो अपने समय की सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्री रही. उनका अंतिम समय बहुत दुखद बिता था. मीना कुमारी अपने नशे के कारण केंसर का शिकार हो गई थी और ज़िन्दगी के आखरी समय में उसके पास हॉस्पिटल का बिल देने के लिए भी पैसे नहीं थे, तब एक डॉक्टर जो मीना कुमारी का फेन था उसने उनका बिल भुक्तान किया था.
भारत भूषण
1940 के सुपर स्टार रह चुके भारत भूषण का अंतिम समय बहु बुरा गुजरा था. भारत भूषण को हिंदी फ़िल्म जगत में एके बेहतरीन अभिनेता के रूप नाम कमाया था. भारत भूषण की कई धार्मिक फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस में गोल्डन जुबली मनाई थी.
मीना कुमारी को भारत भूषण का डाउन फाल कहा जाता है क्योकि मीना कुमारी के अफेयर के बाद उनकी स्थिति ख़राब होने लगी. उनको फिल्मो के ऑफर आना बंद हो गए. उनके पास जिंदगी गुजारने के लिए भी पैसे नहीं बचे थे और इसलिए उनको फिल्म स्टूडियो में वाचमैन की नौकरी करनी पड़ी थी. 1992 में उनके किराये के घर में मौत हो गई.
ए. के. हंगल
मशहूर अभिनेता ए. के. हंगल ने जब दुनिया छोड़ी तो उनकी परिस्थित भी काफ़ी ज्यादा ख़राब थी. जीवन के अंतिम समय में इलाज़ के लिए पैसे नहीं बचे थे और उसके बेटे ने इलाज कराने से मना कर दिया, तब उनकी स्थिति को देखते हुए अमिताभ बच्चन ने उनके इलाज़ के लिए 20 लाख रुपए दिए थे.
अचला सचदेव
‘वक्त’ फिल्म की अभिनेत्री अचला सचदेव, जो फ़िल्म में बलराज साहनी की पत्नी बनी थी, जिसके ऊपर वो मेरी जोहराजबी गाना फिल्माया गया था. उसके जीवन के अंतिम पल भी बहुत भयानक रहे. अचला के पति की मौत के बाद, वह अकेले रहने लगी.
उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं था और गिरने के कारण उनके जांघ की हड्डी टूट चुकी थी. उसकी किसी ने कोई खोज खबर नहीं ली थी. उनके बच्चो ने भी अपने माँ से कोई संपर्क नहीं रखा था.
अचला जिस ‘जनसेवा फाउंडेशन’ को अस्पताल बनाने दान देती थी उसी ‘जनसेवा फाउंडेशन’ ने उसका इलाज़ कराया.
राज किरण
राज किरण ने कई हिंदी फिल्मो में मुख्य भूमिका में काम किया, लेकिन जीवन के अंतिम समय में आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण बहुत दुखद बिता.
राज किरण ने क़र्ज़ ‘अर्थ’ जैसी कई बेहतरीन इल्मो में काम किया था. राज किरण की दिमागी स्थिति ख़राब होने के कारण उन्हें दस सालों तक अमरीका में अटलांटा स्थित पागलखाने रहना पड़ा था, लेकिन मुश्किल समय में उनका कोई अपना काम नहीं आया.
कहा जाता है कि किरण राज को उसकी पत्नी और बेटे ने मिलकर धोखा दिया था इसलिए वह डिप्रेशन के शिकार हो गए थे.
भगवान दादा
भगवान दादा जो एक अभिनेता और फ़िल्म निर्देशक रहे. आर्थिक तंगी से जूझने लगे और एक बड़े अभिनेता रह चुके इस कलाकार को जीवन चलाने के लिए छोटी-मोटी भूमिकाएं करनी पड़ी.
अंतिम समय में उनकी आथिक स्थिति बहुत गिर चुकी थी और उनके फ़िल्मी दुनिया के ज्यादतर मित्रो ने उनसे दूरी बना ली थी.
इन हस्तियों को दुनिया आज भी याद करती है लेकिन उनके जीवन के अंतिम पल बहुत बुरा और दुखद बिता था .
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