बच्चा जिसका शरीर पत्थर का है – कहावत तो आपने बहुत सुनी होगी कि उसका दिल पत्थर का है, लेकिन अगर ऐसा दिल आपको सच में देखने को मिल जाए, तो क्या करेंगे आप.
जी हाँ, इस दुनिया में हम और आप बहुत भाग्यशाली हैं, जिन्हें भगवान ने सही सलामत पैदा किया है, लेकिन कुछ अभागे ऐसे भी होते हैं, जिनकी जिंदगी नरक हो जाती है.
इस नरक भरी ज़िन्दगी से सिर्फ वो ही नहीं, बल्कि उनके घर वाले भी परेशान रहते हैं और सबसे ज्यादा जिसे तकलीफ होती है वो है माँ.
एक ऐसी ही माँ की कहानी है ये, जिसका लाल दिन बा दिन पत्थर का होता जा रहा है. अपने लाल को इस दशा में देखकर वो दिन रात भगवान से प्रार्थना करती है, लेकिन उसकी दुआ कबूल नहीं कर रहे भगवान.
भारत का पडोसी देश नेपाल एक शांति प्रीय देश है. ये कहानी इसी देश की है. यहाँ के ११ साल के एक बच्चे को अजीबो-गरीब बिमारी है. ऐसी बीमारी कि जिसमें उसका शरीर हर दिन पत्थर का होता जा रहा है. जब ये बच्चा पैदा हुआ था तब ऐसा नहीं था. वो भी आम बच्चे की ही तरह था, लेकिन १५ दिन के बाद से ही उसके भीतर ये बदलाव होने लगे.
विज्ञान की भाषा में इसे बीमारी कहते हैं. इसका नाम इक्थिओसिस है. इस बीमारी में धीरे धीरे शरीर का हर एक हिस्सा पत्थर सा हो जाता है. आपकी कोमल त्वचा सख्त और काली मोटी हो जाती है.
इस बच्चे को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं. अब इस ११ साल के बच्चे की हात ऐसी है कि वो चल फिर नहीं सकता. वो न तो ठीक से बोल पाता है और न ही दूसरे बच्चों के साथ खेल पाता है. ऐसा देखकर उसके माँ बाप बहुत परेशान हैं. अपने लाल को इस दशा में देखकर वो रोज़ तिल तिल मर रहे हैं.
इन बदनसीब माँ बाप का कहना है कि उनका बेटा बड़ी मुश्किल से ये बता पाता है कि उसे भूख लगी है या उसे टॉयलेट जाना है. अपने आँखों के सामने अपने लाल की ये दशा देखकर दोनों पति पत्नी परेशान हैं और भगवान् से ये दुआ करते हैं कि कब उनके लाल की स्थिति ठीक हो जाए वो भी आम बच्चों की तरह हो जाए.
बच्चा जिसका शरीर पत्थर का है – गरीब माँ बाप के पास इतना पैसा भी नहीं है कि वो अपने बेटे का इलाज करवा सकें. कुछ लोग इसमें उनकी मदत कर रहे हैं. भगवान इस तरह की बीमारी किसी को न दें.