पंजाब चुनाव में बीजेपी – पंजाब में आगामी 4 फरवरी को चुनाव होने हैं और सर्दी के मौसम में पंजाब की हवा गर्म हो चुकी है.
कई सर्वे पेश किये गये हैं और उनमें अकाली दल की सरकार फिर से आती हुई बताई गयी है. लेकिन आप और कांग्रेस का जमीनी सर्वे जो दोनों ने अपनी हैसियत को नापने के लिए करवाया है वह कुछ और ही बोल रहा है.
कांग्रेस का सर्वे बोल रहा है कि इस बार चुनाव में कांग्रेस की सत्ता उनके पास वापिस आ रही है. वहीं दूसरी तरफ पद की लालसा में बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को लगने लगा है कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री बन जायेंगे.
तो ऐसे में सवाल उठता है कि पंजाब चुनाव में बीजेपी क्या करेगी? बीजेपी के साथ गठबंधन वाली अकाली, क्या इस बार चुनावों में वापसी कर पायेगी?
कुछ यही बात जानने हम पंजाब की गलियों में घूमे तब हमें पंजाब चुनाव में बीजेपी का हाल पता चला –
अकाली के उपमुख्यमंत्री से नाराज जनता
खुलेआम पंजाब की जनता सुखबीर सिंह बदल की आलोचना नहीं कर पा रही है. वैसे पिता प्रकाश सिंह बादल ने अपनी छवि जितनी अच्छी बनाकर रखी है उसके विपरीत बेटे सुखबीर ने अपनी छवि उतनी ही खराब बनाई हुई है. लोग खुलेआम बोलते हैं कि सुखबीर सिंह बादल से हमको डर लगता है. इनके गुड्डे कभी भी और कहीं भी, कुछ भी कर सकते हैं. सड़कों पर चलो तो इनके लोग सड़क पर चलते लोगों को मारते हैं. इसके अलावा जनता यह भी बोल रही है कि इनके नाम पर कई लोग गैर क़ानूनी काम भी करते हैं और पुलिस इस तरह के लोगों के साथ सदा खड़ी रहती है. कुल मिलाकर जब जनता इस तरह की बातें बोलने लगे तो समझ जाना चाहिए कि अब दिन अच्छे नहीं हैं.
किन्तु इसके बावजूद भी पंजाब की जनता मोदी का नाम लेने से खुश हो जाती है. पंजाब की जनता के लिए मोदी, बराक ओबामा से कम नहीं हैं. किन्तु समस्या यह है कि पंजाब की जनता के सामने बीजेपी ने कोई अवसर या मौका ही नहीं दिया है कि वह मोदी का झंडा लेकर पंजाब में निकल सके.
नवजोत सिंह सिद्धू ने मोदी को बताया था जीत का मन्त्र
आज बीजेपी के एक विश्वास का नेता जो सदा से पार्टी के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करता आया था वह दर-दर की ठोकर खा रहा है. खबरों के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस ज्वाइन करने वाले हैं. लेकिन आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने मोदी को कुछ छह महीने पहले ही जीत का मन्त्र दिया था. सिद्धू ने बोला था कि पंजाब में सभी सीटों पर बीजेपी को लड़ना चाहिए और यदि ऐसा नहीं होता है तो आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी के हाथ से एक बड़ा राज्य निकल सकता है.
अब ऐसा लगने लगा है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने सही कहा था और इन चुनावों में कांग्रेस बड़ी वापसी कर सकती है.
पंजाब में बीजेपी चुनाव प्रचार कर ही नहीं रही है. हालात ऐसे हैं कि जैसे बीजेपी पहले ही हार मान चुकी है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने नवजोत सिंह सिद्धू की बात पर ध्यान ना देकर भी शायद बड़ी गलती कर दी है जिसका खामियाजा पंजाब चुनाव में बीजेपी को देना पड़ सकता है.