उत्तर प्रदेश में चुनाव हो और वहां राम मंदिर का नाम ना लिया जाए, ऐसा हो नहीं सकता है.
वैसे विधानसभा चुनाव 2017 में अभी तक बीजेपी राम मंदिर का नाम लेने से बच रही थी. लेकिन चुनाव से बस कुछ ही दिन पहले यूपी के बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने आखिर बोल ही दिया है कि यदि राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है तो भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जायेगा.
दिल्ली के अंदर एक कार्यक्रम में शामिल होने आये बीजेपी के कद्दावर नेता केशव प्रसाद ने कहा कि ‘राम मंदिर आस्था का सवाल है, लेकिन फिलहाल कोई मुद्दा नहीं है. राम लला का भव्य मंदिर दो महीने में नहीं बनने जा रहा है. इसका निर्माण चुनावों के बाद किया जाएगा, जब बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी.’
वैसे यंगिस्थान ने अपने एक जमीनी सर्वे में 8 जनवरी को ही बता दिया था कि प्रदेश में जनता राम मंदिर का निर्माण करवानी चाहती है लेकिन बीजेपी राम मंदिर के मुद्दे से ना जाने क्यों दूर भाग रही है. एक राम मंदिर का ही मुद्दा ऐसा है जो इस बार बीजेपी को उत्तर प्रदेश में सत्ता दिला सकता है. दिनांक 8 जनवरी को ही यंगिस्थान ने खबर प्रकाशित की थी जिसका टाइटल था कि ‘यूपी में केवल और केवल राम मंदिर ही बना सकता है मोदी की सरकार – एक ख़ास भविष्यवाणी’,इस खबर का असर यह हुआ है कि चुनाव से कुछ ही दिन पहले बीजेपी ने सत्ता आने पर राम मंदिर बनाने का वादा देश से किया है.
अभी क्या है जमीनी सच्चाई-
वैसे उत्तर प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में असली टक्कर अखिलेश यादव और मोदी के बीच हो रही है.
कांग्रेस और बसपा तो जैसे चुनावों से पहले ही हार मान चुके हैं. प्रदेश की जनता बीजेपी को चुनना तो चाहती है लेकिन अभी तक पार्टी ने किसी भी तरह का प्रभाव चुनाव प्रचारों में जनता पर नहीं छोड़ा है. कहीं ना कहीं यूपी चुनावों में खुद प्रदेश की जनता ऐसा बोल रही है कि बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए उतनी मेहनत नहीं की है. मुख्यमंत्री का नाम और चेहरा तो जैसे गायब ही किया हुआ है और साथ ही साथ पार्टी ने कुछ बड़े नेताओं को भी इन चुनाव में एक साइड कर दिया है. इससे हुआ यह कि जो जनता कल तक मोदी-मोदी कर रही थी वह अचानक से ही अखिलेश के साथ खड़ी हो जाती है.
किन्तु अब जब बीजेपी ने राम मंदिर बनाने का वादा किया है तो शायद हो सकता है कि प्रदेश की जनता बीजेपी को भगवान राम के लिए बीजेपी को वोट दे.
कल्याण सिंह को याद कर रही है जनता
वैसे सूत्रों से मिली खबर के अनुसार बीजेपी के एक खेमे ने प्रधानमंत्री मोदी को यूपी जीतने के लिए यह प्लान भी दिया था कि अगर पार्टी कल्याण सिंह को प्रदेश में चुनाव प्रचार में लगाती है तो इसका बड़ा फायदा पार्टी को हो सकता है.
कल्याण सिंह आज भी राज्य में राम मंदिर के नाम से ही जाने जाते हैं.
आपको मालूम हो कि अभी कल्याण सिंह राजस्थान के राज्यपाल हैं. यदि इनको राम के नाम पर जनता का समर्थन लेने के लिए आज भी बोला जाए तो उत्तर प्रदेश की जनता इस नेता के साथ निश्चित रूप से खड़ी हो जाएगी.
वैसे इसी माह 3 जनवरी को बीजेपी का यह बयान आया था कि बीजेपी इस बार विकास के नाम पर यूपी चुनाव लड़ेगी किन्तु जनता को विकास के साथ-साथ राम मंदिर का निर्माण भी चाहिए, ऐसा खुद उत्तर प्रदेश की जनता बोलती है. यदि राज्य में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा तो यूपी का विकास खुद से होने लगेगा.
वैसे अब बस देखने वाली बात यह कि बीजेपी का भगवान राम को याद करना, राम मंदिर का निर्माण करना कितना लाभ प्रदान कर सकता है. वहीँ बीजेपी अगर भगवान राम को आज से कुछ 20 दिन पहले अगर याद कर लेती तो अब तक शायद बीजेपी की हवा राज्य में दिखने लगती. फिर भी बोला जा सकता है कि चलिए देर से आये किन्तु भक्त भगवान का नाम लेने तो आये.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…