आपको वह ऐड तो याद ही होगा ‘जब बुलेट चले तो दुनिया रास्ता दे’.
जो लोग भी बाइक चलाना जानते हैं उनकी एक ख्वाइश हमेशा रहती है कि वे एक बार बुलेट को जरूर चलाएं. यह बाइक आज भारत के युवा धड़कनों की पहली पसंद है.
रॉयल एनफील्ड की यह बाइक पिछले कई सालों से भारतीय सड़कों पर दौड़ रही है. रॉयल एनफील्ड भारत के मोटरसाइकल मार्केट में क्रूजर बाइक्स सेक्शन का बेताज बादशाह है.
आइए, हम आपको रॉयल एनफील्ड की झलक दिखाते हैं.
1 – सड़क से जब बुलेट गुजरती है तो दूसरी बाइक्स, गाड़ियां, स्कूटर सभी की चमक धुंधली सी पड़ जाती है. बुलेट की बात ही निराली है.
2 – रॉयल एनफील्ड की बाइक्स 1949 से इंडिया में बिक रही हैं. ब्रिटेन की रेडिच कंपनी ने 1955 में इंडिया की मद्रास मोटर्स के साथ मिलकर 350 सीसी बुलेट की एसेंबलिंग के लिए एनफील्ड इंडिया नाम की कंपनी बनाई.
3 – वर्ष 1970 से 90 के बीच कंपनी को हुए नुकसान के बाद इसे बेचने का फैसला किया गया. 1994 में आयशर ग्रुप ने एनफील्ड इंडिया को खरीद लिया और रॉयल एनफील्ड के नाम से कंपनी को फिर से शुरू किया.
4 – लंदन में एनफील्ड नाम का एक इलाका है जहां एलबर्ट ईडी नाम का अंग्रेज पैरीज साइकिल कंपनी चलाता था. एलबर्ट ने 1890 के दशक में आर.डब्ल्यू स्मिथ के साथ मिलकर साइकिल बनाने की कंपनी शुरू की थी.
5 – दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बिटिश हुकूमत को सैनिकों के लिए मजबूत मोटरसाइकिलों की जरूरत पड़ी तो एनफील्ड कंपनी आगे आई. कंपनी ने सैनिकों के लिए 350 सीसी की एक मजबूत मोटर साइकिल का डिजाइन तैयार किया.
6 – बुलेट मोटरसाइकिल की उपयोगिता को देखते हुए भारत सरकार ने पहली बार सीमा पर गश्त लगा रहे जवानों के लिए 350 सीसी की 800 मोटर साइकिलें का बनाने का आर्डर दिया.
7 – वर्तमान में रॉयल एन्फील्ड का बाजार इतना बड़ा हो गया है कि इनकी मांग यूरोप, अमेरिका और साउथ अफ्रीका के देशों में हो रही है.
8 – तब से अब तक बुलेट मोटरसाइकिल भारत में एक लोकप्रिय बाइकों में शुमार है. इसका लंबा व्हील बेस और बड़े पहिए बाइक सवार को सड़क पर बेहतर पकड़ देते हैं.
बुलेट ही भारत की एकमात्र ऐसी बाइक है जिसकी लोकप्रियता केवल शहरों में ही नहीं बल्कि गांवों में भी दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है. हर किसी का सपना है कि उसके पास भी बुलेट बाइक होनी चाहिए.