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इस आइलैंड पर धरती का सबसे बड़ा कछुआ पाया जाता है

गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो चुकी हैं.

आपको भी अपने परिवार के साथ कहीं घूमने निकल जाना चाहिए. ये ज़रूरी नहीं कि आप बहुत महँगी जगहों पर ही जाएं, लेकिन इतना हो है कि आपको घूमने ज़रूर जाना चाहिए. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जो सच में सबसे जुदा है.

यहाँ पर अलग अलग तरह के लोग होते हैं. यहीं पर धरती का सबसे बड़ा कछुआ भी पाया जाता है.

असल में जिस जगह की हम बात कर रहे हैं उसका नाम है अंडमान निकोबार.

जी हाँ. यही वो द्वीप समूह है जहाँ आप अपनी गर्मी को कूल बना सकते हैं. यहां के निवासी आमतौर पर ‘जार्वा’ जनजाति से हैं. यह 500 से भी कम की संख्या में हैं और बाहरी लोगों से बिल्कुल घुलते मिलते नहीं हैं. इन्हें आप समझ ही नहीं पाओगे.

इन्हें सरकार की तरफ से संरक्षण प्राप्त है.

अंडमान निकोबार द्वीप समूह कई द्वीपों को मिलाकर बना है. यहाँ के कुल 572 आइलैंड्स में से 36 जगहें ही जाने या बसने के लायक हैं. वैसे आम लोगों के अलावा निकोबार में जाने रिसर्च या सर्वे के लिए भी लोग जाते हैं. जिन द्वीपों पर आम लोगों को जाने की इजाज़त नहीं वहां ये लोग जाते हैं.

इस द्वीप के कुछ समूह ऐसे भी हैं पर फिशिंग करने पर पाबन्दी है. आपको जानकार हैरानी होगी, लेकिन यहाँ पर कई भाषाएँ बोली जाती हैं. यहां पर पर सबसे ज्यादा बंगाली भाषा बोली जाती है. इसके अलावा हिन्दी, तमिल, तेलगू और मलयालम भाषा बोलने वाले लोग हैं. तो आप यहाँ पर अच्छे से घूम सकते हैं.

सबसे ज़रूरी बात कि इस आइलैंड पर ऐसे बहुत से जीव पाए जाते हैं जिन्हें आप आमतौर पर जू में नहीं देख सकते.

वैसे यहाँ भी इनको देखना मुमकिन नहीं होता. इसका कारण है कि कुछ ही द्वीपों पर घूमने की इजाज़त है. यहाँ पर समुद्री कछुआ पाया जाता है. धरती का सबसे बड़ा कछुआ यहीं पाया जाता है. यह साइज में बेहद बड़े होते हैं. धरती का सबसे छोटा कछुआ ओलिव राइडली भी अंडमान पहुंचकर आसरा बनाता है.

इसका मतलब ये हुआ कि यहाँ पर दुनिया के सबसे बड़े और सबसे छोटे दोनों प्रजाति के कछ्हुए पाए जाते हैं.

यहाँ पर कुछ चीज़ों पर पूरी तरह से बैन लगा हुआ है. उसमें से एक है फिशिंग. अंडमान में कमर्शियल फिशिंग पूरी तरह से बैन है. यह धरती की उन चुनिंदा जगहों में से हैं जहां मछलियों को उम्र पूरी कर मरने का अवसर मिलता है और वह अपनी जिंदगी जीती है. है न मजेदार बात. आमतौर पर मछलियों को पकड़कर उन्हें बेच दिया जाता है और फिर लोग उन्हें मारकर खा जाते हैं. यहाँ की मछलियों को जीवन जीने का पूरा हक है. उन्हें कोई अपने जाल में नहीं फंसाता.

आपको यहाँ और भी बहुत सी चीज़ें देखने को मिलेंगी. इसमें से एक है कोकोनट क्रैब. यह ज़मीन के सबसे बड़े क्रैब होते हैं. ये इतने मज़बूत होते हैं कि नारियल को भी तोड़कर खाते हैं.

तो इस बार इन तमाम चीज़ों को देखने के लिए आप यहाँ घूमने ज़रूर जाएं.

 

 

Shweta Singh

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Shweta Singh

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