9. छल, पाप, कपट नहीं गीता के एक अध्याय में यह बात लिखी गयी है कि मनुष्य को छल, कपट और पापों से दूर रहना चाहिए. इस तरह के कर्म वालों को मरने से बाद भयानक कष्ट उठाने पड़ते हैं. 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Bhagwad geeta · bhagwad geeta lessons · bhagwad geeta the way of life · Featured · shrimad bhagwad geeta Article Categories: विशेष