6. चिंता नहीं चिंतन करें चिंता हमेशा चिता के समान होती है. यह व्यक्ति को हर पल, हर घड़ी मारती रहती है. लेकिन मनुष्य को चिंता नहीं बल्कि चिंतन करना चाहिए. 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Bhagwad geeta · bhagwad geeta lessons · bhagwad geeta the way of life · Featured · shrimad bhagwad geeta Article Categories: विशेष