सेहत

चिकन या मीट, जानिए नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए क्या है सबसे ज्यादा नुकसानदायक

चिकन या मीट – नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए प्रोटीन सहित कई अन्‍य तरह के पोषक तत्‍व प्राप्‍त करने के कई स्रोत होते हैं।

अमूमन नॉन वेज खाने वाले लोग चिकन या मीट का सेवन ज्‍यादा करते हैं लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि चिकन या मीट में से क्‍या ज्‍यादा फायदेमंद होता है और किससे आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है।

आज इस आर्टिकल के ज़रिए हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि सेहत के लिए चिकन या मीट में से क्‍या ज्‍यादा फायदेमंद और नुकसानदायक होता है।

सेहत विशेषज्ञों के अनुसार मीट को ज्‍यादा मात्रा में खाना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक होता है। इसे ज्‍यादा खाने से ह्रदय रोग हो सकता है और ये धमनियों के जमने का कारण भी बन सकता है।

रेड मीट और प्रोसेस्‍ड मीट से ह्रदय रोगों और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है। खासतौर पर प्रोसेस्‍ड मीट में सोडियम और एडिटिव्‍स की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है जोकि सेहत को बहुत नुकसान देते हैं।

रेड मीट क्‍या है

रेड मीट में वील, पोर्क, मटन, गोट, लैंब और बीफ होता है। पशुओं से मिलने वाली मीट को ही रेड मीट कहा जाता है। इसमें मछली और मुर्गी से मिलने वाले व्‍हाइट मीट के मुकाबले माइओग्‍लोबिन बहुत ज्‍यादा मात्रा में होता है। पोल्‍ट्री को व्‍हाइट मीट कहा जाता है जबकि गूज़ और डक को रेड मीट।

आपको जानकर हैरानी होगी कि सूअर के मांस यानि पोर्क को भी रेड मीट की लिस्‍ट में शामिल किया गया है। वैसे तो पोर्क व्‍हाइट मीट होता है लेकिन इसमें माइओग्‍लोबिन की मात्रा 0.10 प्रतिशत से 0.30 प्रतिशत तक होता है जिस वजह से इसे रेड मीट कहा जाता है।

रेड मीट में पोषक तत्‍व

ऐसा नहीं है रेड मीट से शरीर को कोई न्‍यूट्रिशन नहीं मिलता है। रेड मीट में आयरन, जिंक, फास्‍फोरस, क्रिएटिन, विटामिन बी 12, राइबोफ्लेविन, नियासिन और थिआमिन प्रचुर मात्रा में होता है। ये सभी पोषक तत्‍व रेड मीट में पाए जाते हैं लेकिन इसके बावजूद रेड मीट का सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। इसकी जगह सीफूड या अन्‍य हाई प्रोटीन फूड खाए जा सकते हैं।

अब बात करते हैं चिकन की…

चिकन खाना रेड मीट से तो फायदेमंद ही रहता है। अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो आपको रेड मीट की जगह चिकन खाने से ज्‍यादा फायदा होगा।

चिकन में प्रोटीन बहुत ज्‍यादा होता है। ये शरीर के विकास के साथ-साथ बॉडी के मसल्‍स के लिए भी बहुत जरूरी होता है। अगर आप मोटे होना चाहते हैं तो आपको अपने आहार में चिकन को शामिल करना चाहिए।

उम्र बढ़ने के साथ हड्डियां कमजोर बन जाती हैं और चिकन में मौजूद प्रोटीन से हड्डियों को मजबूती मिलती है। चिकन खाने से हार्ट को हैल्‍दी रखा जा सकता है।

देखिए, किसी भी चीज़ का सेवन करने में सबसे जरूरी बात तो ये है कि आप कितनी मात्रा में उसका सेवन करते हैं। अगर आप चिकन या मीट दोनों में से किसी भी एक चीज़ का सेवन अधिक मात्रा में करेंगें तो उससे आपको फायदे की जगह नुकसान ही होगा। आप मीट भी खा सकते हैं लेकिन सीमित मात्रा में।

Parul Rohtagi

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