सुंदरकांड का पाठ वैसे भी हर किसी के लिए फलदायक है.
लेकिन इसकी मुख्य खासियत यह है कि इसके पाठ से सभ ग्रह शांत हो जाते हैं. ग्रहों की स्थिति के कारण ही व्यक्ति परेशानियों का सामना कर रहा होता है. किसी का शनि खराब होता है तो किसी का सूर्य नींच का होता है.
अब अगर आप भी ग्रहों के कारण परेशान हैं या मुश्किलें-मुसीबतें आपका पीछा ही नहीं छोड़ रही हैं तो आपको सुन्दरकाण्ड का पाठ जरूर करना चाहिए.
व्यक्ति के लिए सुन्दरकाण्ड और हनुमान चालीसा दोनों ही एक संजीवनी बूटी का काम करती हैं.
तो आइये पढ़ते हैं कि सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से क्या लाभ होता है-
1. मानसिक शान्ति
अगर कोई जीव आत्मा निरंतर एक सही क्रम से सुन्दरकाण्ड का पाठ करती रहती है तो उसको मानसिक शान्ति की प्राप्ति होती है . मन में चल रही सभी परेशानियों का अंत सुन्दरकांड से हो जाता है.
2. शारीरिक पीड़ा
अगर जातक निरंतर सुन्दरकाण्ड का पाठ करता है तो उससे भयंकर से भयंकर बीमारियों का भी अंत हो सकता है. नासै रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा . जो भी जीव सुन्दरकाण्ड का पाठ करता रहता है तो उससे रोग दूर रहते हैं.
3. दरिद्रता का अंत
सच्चे दिल से हनुमान जी का नाम ध्यान करने से व्यक्ति की सभी तरह की दरिद्रता का अंत हो जाता है. सुन्दरकाण्ड पढ़ने वाला व्यक्ति ना तो दिल से गरीब हो सकता है और ना ही धन-दौलत से.
4. आत्मिक लाभ
सुन्दरकांड का जप करने से व्यक्ति की आत्मा की शुद्ध होती है और वह परम परमात्मा से मिलन करने के लिए भी तैयार होने लगती है. तब जीव आत्मा संसार में जो कार्य करने आई है वही करती है. अर्थात सुन्दरकाण्ड आत्मा को ईश्वर से मिलाती है.
5. ग्रह कलेश खत्म
अगर आपके घर में कलेश होती रहती है तो आपको तब ऐसे में सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए और साथ ही साथ हनुमान यज्ञ अगर आप करवाते हैं तो इससे आपको लाभ प्राप्त होगा.
तो हनुमान जी का सुन्दरकाण्ड एक तरह से सभी दुखों की दवा है. इसलिए आप अगर परेशान हैं तो इस दवा का सेवन जरूर करें.