भारत में पढाई करने के फायदे – कई लोग विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि विदेशों में पढ़ाई करने से बेहतर है भारत में शिक्षा हासिल करना।
अब तक आपको लगता होगा कि विदेश में पढ़ाई करने से आपके करियर को बहुत फायदा मिलेगा लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि विदेशी डिग्री लेकर ही आप अपना करियर चमका सकते हैं।
कई विदेशी छात्र तो भारत में आकर शिक्षा हासिल करते हैं।
आज हम आपको बताते हैं कि विदेशों के मुकाबले भारत में पढाई करने के फायदे क्या मिल सकते हैं।
भारत में पढाई करने के फायदे –
– भारत की यूनिवर्सिटीज़ भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी प्रसिद्ध हैं। विदेशों से कई छात्र भारत आकर भारतीय संस्कृति को जानते और उससे रूबरू होते हैं। तो अगर आप किसी टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहते हैं तो आपका ये सपना भारत में भी पूरा हो सकता है।
– विदेशों में स्टूडेंट्स के रहने का खर्चा बहुत ज्यादा आता है जबकि कई विदेशी छात्र भारत आकर पढ़ाई इसीलिए करते हैं क्योंकि यहां पर रहने और पढ़ाई का खर्चा विदेशों के मुकाबले काफी कम आता है। यूएस, यूके और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले भारत में पढ़ाई का खर्च काफी कम आता है।
– भारत अपनी संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां की कॉलेज, यूनिवर्सिटी और शहरों में आपको ऐसे कई दोस्त मिल जाएंगें जिनके साथ आपको अकेलापन महसूस नहीं होगा और अपने घरवालों की याद भी नहीं सताएगी।
– भारत में जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जाती है जबकि विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में स्कॉलरशिप मिलना मुश्किल होता है। भारत सरकार गरीब और मेधावी छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की स्कॉलरशिप की स्कीम्स निकालती है। इन सुविधाओं का लाभ उठाकर आप भी भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ में दाखिला ले सकते हैं।
– भारत में आकर पढ़ाई करने पर विदेशी छात्रों को यहां की कई भाषाओं को जानने का मौका मिलता है। विदेशी छात्रों को भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ का एनवायरमेंट विदेशी कॉलेजों के मुकाबले ज्यादा फ्रेंडली लगता है। भारत में पढाई करने के पीछे यहां की कैंपस लाइफ का मज़ा भी एक मुख्य कारण है।
ये है भारत में पढाई करने के फायदे – इस तरह विदेशों से ज्यादा फायदे भारतीय यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाई करने से मिलते हैं। तो अगर आप भी विदेशी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के बारे में सोच रहे हैं तो एक बार फिर सोच लें क्योंकि विदेशों से बेहतर सुविधाएं तो आपको अपने देश में ही मिल जाएंगीं।