हमारे शास्त्रों और पुराणों में अलग-अलग तरह के मंत्रों का ज़िक्र किया गया है.
मंत्रों के जप से इस कलयुग में भी हर समस्या का समाधान किया जा सकता है. मनचाही मुराद को पूरी करने के लिए मंत्र जप सबसे अच्छा और आसान ज़रिया है. लाखों मंत्रों में सबसे दिव्य और चमत्कारी है गायत्री मंत्र.
“ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्”।
सभी मंत्रों में सर्वश्रेष्ठ गायत्री मंत्र का जाप भगवान की भक्ति, दैवीय कृपा प्राप्त करने के साथ सांसारिक और भौतिक सुख-सुविधाओं को पाने की इच्छा से किया जाता है.
कब करें गायत्री मंत्र का जाप
गायत्री मंत्र का जप तड़के सुबह, दोपहर और शाम को किया जा सकता है. इसके अलावा अगर दिन के किसी और समय पर मंत्र का जप करना हो तो मौन रहकर मन ही मन में जप करना चाहिए. गायत्री मंत्र के जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना सबसे बेहतर माना गया है.
गायत्री मंत्र जाप के फायदे
गायत्री मंत्र को जपने से इंसान अपने गुस्से पर काबू कर लेता है. उसके मन में सकारात्मक विचारों का संचार होने लगता है. व्यक्तित्व से आत्मविश्वास झलकता है. बूरे कामों को छोड़कर अच्छे कामों को करने की मन में इच्छा जागती है. ज्ञान की सीमा का विस्तार होने के साथ ही भविष्य में होनेवाली घटनाओं का पूर्वाभास होने लगता है.
1. विद्यार्थियों के लिए है लाभदायक
वैसे तो गायत्री मंत्र हर इंसान के लिए चमत्कारिक है, लेकिन विद्यार्थियों के लिए यह मंत्र बेहद फायदेमंद है. रोज़ 108 बार इस मंत्र का जप करने से विद्यार्थियों की एकाग्रता बढ़ती है और उनका मन पढ़ाई में लगने लगता है.
2. दरिद्रता का नाश करता है गायत्री मंत्र का जाप
बार-बार कोशिश करने के बावजूद अगर किसी को अपने काम में सफलता नहीं मिल रही है या फिर व्यापार या नौकरी में नुकसान हो रहा है. तो गायत्री मंत्र का जाप इन सारी समस्याओं से निज़ात दिला सकता है. खासकर शुक्रवार को पीले कपड़े पहनकर हाथी पर विराजमान गायत्री माता का ध्यान करना चाहिए. उसके बाद गायत्री मंत्र के आगे और पीछे श्रीं सम्पुट लगाकर जाप करने से दरिद्रता का नाश होता है.
3. संतान संबंधी परेशानी होती है दूर
अगर किसी दंपति को संतान नहीं हो रही है या फिर संतान से संबंधित कोई और परेशानी है तो पति-पत्नी दोनों को एक-साथ गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
4. गायत्री मंत्र का जाप करे रोगों का नाश
किसी भी शुभ घड़ी में दूध, दही, घी और शहद मिलाकर एक हज़ार गायत्री मंत्रों के साथ हवन करने से रोगों का नाश होता है.
5. शादी में आनेवाली हर बाधा होती है दूर
अगर किसी भी शख्स की शादी में बेवजह देरी हो रही हो तो सोमवार को सुबह के समय पीले रंग के कपड़े पहनकर माता पार्वती का ध्यान करें. ह्रीं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर एक सौ आठ बार जप करने से शादी में आनेवाली हर तरह की बाधा को दूर किया जा सकता है.
6. नकारात्मकता होती है दूर
जिस घर में रोज़ गायत्री मंत्र का जाप होता है, उस घर से नकारात्मक शक्तियां कोसों दूर भागती है. गायत्री मंत्र की चमत्कारिक शक्तियों से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. और घर में हमेशा खुशहाली का माहौल बना रहता है.
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