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क्यों है चमत्कारिक औषधि गोमुत्र?

गोमुत्र

दोस्तों आज हम जिस औषधि की चर्चा कर रहे हैं, वो अविश्वसनीय, अकल्पनीय, और चमत्कारिक औषधि है.

जी हां दोस्तों गोमुत्र एक ऐसा औषधि है जो शरीर की सभी बीमारियों में रामबाण का काम करता है. फिर चाहे आप किसी भी तरह की बीमारी से जूझ क्यों ना रहे हों. हमें आपसे अपनी ये जानकारी शेयर करने में बहुत ही खुशी का अनुभव हो रहा है कि अगर आप इसे इस्तेमाल करें तो इस बात की 100 फीसदी गारंटी है कि आप उस बीमारी से जल्द से जल्द उभर जाएंगे.

तो चलिए हम आपको इस चमत्कारिक औषधि की गुणवत्ता के बारे में विस्तार से बताते हैं कि आखिर इसमें ऐसी क्या खासियत है, जो शरीर की हर बीमारियों में रामबाण का काम करती है.

1 –  गोमूत्र में पानी के अलावा 18 सूक्ष्म पोषक तत्व मौजूद है,  जो हर तरह की बीमारियों में रामबाण का काम करता है.

2 – गोमूत्र एक ऐसी चीज है जो वात, पित और कफ को सम में ला देता है.

3 – गोमुत्र में सबसे ज्यादा पानी है. लेकिन पानी के अलावा इसमें कैल्शियम, सल्फर, आयरन, सिलिकॉन, बोरॉन, मैग्नेशियम इत्यादि जैसे कुल 18 पोषक तत्व मौजूद हैं, जो शरीर के लिए बहुत हीं ज्यादा उपयोगी है.

4 – गोमूत्र के अलावा यह 18 पोषक तत्व अगर किसी चीज में पाई जाती है, तो वो है खेतों की मिट्टी. और दूसरी है गोमुत्र. इसलिए ये गोमूत्र चमत्कारिक औषधि है.

5 – शरीर की बीमारियों को खत्म करने के लिए जितने भी घटक की आवश्यकता होती है, वो सब के सब गोमुत्र में मौजूद हैं.

6 – एक उदाहरण के तौर पर हम आपको बता रहे हैं, कि जैसे त्वचा के रोग में भी गोमुत्र उपयोगी है. दोस्तों त्वचा का कोई भी रोग सल्फर की कमी के कारण होता है. और गाय के मूत्र में सल्फर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसलिए गोमूत्र के लगातार सेवन से त्वचा के रोग जल्दी हीं ठीक हो जाते हैं. गौर करने वाली बात है कि त्वचा से संबंधित जितने भी रोग हैं वो सब के सब गोमुत्र के सेवन से जल्द ठीक हो जाते हैं.

7 – जोड़ों के दर्द में भी है लाभदायक. किसी भी तरह का जोड़ों का दर्द हो. गौमूत्र के सेवन से ठीक हो जाता है.

8 – कफ वालों के लिए रामबाण है गोमूत्र. कफ से संबंधित जितनी भी बीमारियां हो, वो सब के सब गोमूत्र के सेवन से जड़ से ठीक हो जाते हैं. और दुबारा नहीं होते.

9 – गौमूत्र हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है. जिसकी वजह से कोई भी बीमारी वापस नहीं होती.

10 – आधुनिक विज्ञान के अनुसार शरीर में करक्यूमिन नामक केमिकल की कमी के कारण कैंसर रोग पैदा होता है. इस केमिकल की कमी की वजह से कोशिकाएं अनकंट्रोल हो जाती है. और ये कोशिकाएं एक दूसरे के साथ मिलकर ट्यूमर जैसा बना लेती है. जिसे कैंसर कहा जाता है. गौमूत्र में भरपूर मात्रा में करक्यूमिन नामक केमिकल होते हैं,  जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लोगों को निजात दिलाने में असरदार है.

गोमूत्र के सेवन का तरीका

1 – गोमूत्र का सेवन हमेशा सुबह – सबेरे खाली पेट हीं करना चाहिए. जो व्यक्ति बहुत ज्यादा बीमार हो उसे लगभग 100 मिलीलीटर गोमूत्र का सेवन करना चाहिए. चाहे तो इसे 2 बार में ले सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि इसे खाली पेट ही लेना है.

2 – जो व्यक्ति कम बीमार हैं, या निरोगी हैं. वो सुबह – सवेरे खाली पेट 50 ग्राम एक बार में सेवन कर सकते हैं.

किस गाय का मूत्र सेवन करना चाहिए

ये बहुत हीं ज्यादा ध्यान देने वाली बात है कि आप किस गाय का मूत्र सेवन कर रहे हैं. ये जान लें कि वो गाय दिन में चलती फिरती हो. यानी कि वो गाय को पैदल चलना आवश्यक है. जो गाय नहीं चलती है, उसके मूत्र उपयोगी नहीं होते हैं.

कभी भी देशी गाय के मूत्र का हीं सेवन करना चाहिए. क्योंकि देशी गाय के मूत्र में जितने पोषक तत्व मौजूद होते हैं, दूसरे गायों के मूत्र में इतने पोषक तत्व नहीं होते हैं.

जहां एक तरफ देशी गाय के मूत्र में 18 पोषक तत्व मौजूद होते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ जर्सी गाय और अन्य दूसरी नस्लों की गायों के मूत्र में सिर्फ 3 ही प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं. क्योंकि दूसरे नस्लों की गाय चलती फिरती नहीं है. इसलिए अगर आप देशी गाय के मूत्र का भी सेवन कर रहे हैं.

तो दोस्तों है ना ये बहुत हीं आवश्यक जानकारी, हममें से हर इंसान के लिए.

क्योंकि आज के युग में हर इंसान के शरीर में बीमारियों ने अपना घर बना रखा है और गौमूत्र एक ऐसा औषधि है, जिसमें हर बीमारी को दूर करने की क्षमता है.

इसलिए दोस्तों इस जानकारी को अपने दोस्तों, परिवार वालों और अपने रिश्तेदारों से जरुर शेयर करें.

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सेहत