जब भी हम वॉक करने के लिए या फिर पैदल चलने के लिए घर से निकलते हैं तो अपने पैरों में जूते या फिर चप्पल पहनते हैं.
घर से बाहर निकलते वक्त हम हमेशा अपने पैरों में जूते-चप्पल पहनकर ही निकलते हैं ताकि सड़क की धूल-मिट्टी हमारे पैरों को गंदा न कर दे.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि नंगे पैर सैर करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
इतना ही नहीं हमारे बड़े बुजुर्ग भी यही कहते हैं कि नंगे पैर घास पर टहलने से आंखों की रौशनी बढ़ती है और ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
अगर हम रोज़ाना थोड़ा सा वक्त निकालकर नंगे पैर सैर करने की आदत को अपना लें तो बहुत सी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं.
आइए हम आपको बताते हैं नंगे पैर सैर के फायदे –
नंगे पैर सैर के फायदे –
1 – पैरों को मिलता है ऑक्सीजन
दिनभर पैरों को जूते या चप्पलों में पैक रखने से पैरों में थकान और दर्द महसूस होने लगती है. ऐसे में नंगे पैरों से खुली हवा में थोड़ी देर सैर करने से पैरों को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है और उनमें रक्त का संचार भी बेहतर तरीके से होता है.
2 – कई बीमारियों से मिलती है निजात
जब भी हम नंगे पैर पैदल चलते हैं तब हमारे पैरों के पंजों का निचला भाग सीधे धरती के संपर्क में आता है, जिससे एक्युप्रेशर के ज़रिए सभी भागों की एक्सरसाईज होती है और कई तरह की बीमारियों से निजात मिलती है.
3 – मांसपेशियां होती हैं सक्रिय
नंगे पैर पैदल चलने से हमारे शरीर की वो सारी मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं, जिनका इस्तेमाल जूते-चप्पल पहनने के दौरान नहीं होता है. नंगे पैर सैर करने से पैरों के अलावा, उससे जुड़े सभी शारीरिक भाग सक्रिय हो जाते हैं.
4 – बॉडी पोश्चर रहता है ठीक
नंगे पैर ज़मीन पर चलने से बॉडी पोश्चर सही रहता है. इससे कमर भी सीधी रहती है, जिससे कमर और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी बहुत सी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
5 – जवानी रहती है बरकरार
रोज सुबह कुछ दूर नंगे पैर टहलकर हम खुद को लंबे समय तक जवान बनाए रख सकते हैं. नंगे पैर चलने से शरीर में प्राकृतिक रूप से उर्जा बनी रहती है. जिससे मानसिक तनाव कम होता है और दिमाग भी शांत होता है.
ये है नंगे पैर सैर के फायदे – गौरतलब है कि नंगे पैर सैर करने से प्राकृतिक तौर पर धरती की उर्जा पैरों के जरिए हमारे पूरे शरीर तक पहुंचती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है.
इसलिए अपने डेली रूटीन में नंगे पैर कुछ देर तक पैदल चलने की आदत को हमें ज़रूर शामिल करना चाहिए.