पतला होना – लम्बाई या आपकी उम्र के हिसाब से जितना वजन होना चाहिए, अगर आपका वेट उससे ज़्यादा है तो आप ओवरवेट है यानी मोटापे के शिकार है, पर अगर आपका वजन आपकी उम्र और लम्बाई के हिसाब से कम है तो आप अंडरवेट की श्रेणी मे आते है ।
हमारे वजन का असर ना केवल हमारी सेहत पर पड़ता है, बल्कि साथ ही ये हमारे व्यक्तित्व को भी नई परिभाषा देता है ।
अकसर सही वजन वाले लोगों का व्यक्तित्व ज़्यादा आकर्षक लगता है । हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग है जो ज़्यादा खाते पीते है पर उनके शरीर पर कुछ भी लगता नही है ।
पतला होना –
कई बार इसके पीछे का कारण उनके शरीर मे कैलोरिज् की ज़्यादा खपत होना होता है जो की सामान्य स्थिति है। एक अच्छी डाइट लेने के बाद अगर आपको थकावट और रोज़मर्रा के काम करने मे परेशानी हो रही है, तो ये एक चिंता का विषय जरुर है।
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सही प्रकार से खाने पीने के बावजूद कई बार कुछ लोगों मे ये समस्या पाई गयी है कि वो थकान महसूस करते है । थोड़ा सा भी मिर्च मसाले वाला खाना खाने पर बीमार पड़ जाना कही ना कही एक खास समस्या की तरफ इशारा करता है ।
ज़्यादा पतला होना – दुबले पतले लोगों में कई बार फेट कोशिकाएँ नही होती तभी बेहतर तरीके से खाने पीने के बावजूद उनकी सेहत पर अच्छा असर देखने को नही मिलता । कई पतले लोगो में इसी वजह से फेट एकत्र नही होता और उनके द्वारा ली गयी कैलोरीज् वेस्ट हो जाती है ।
तभी भरपूर खाने पीने के बाद भी ये लोग बीमार पड़ जाते है जो की एक समस्या है, इसी वजह से थोड़ा सा काम करने पर भी ये लोग थकावट महसूस करते है । शरीर को जरूरी पोषण ना मिलने की वजह से व्यक्ति की यादाशत और बौध्दिक गतिविधियों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। फेट कोशिकाएं ना होने के कारण जरूरत के हिसाब से इन्हे ताकत नहीं मिल पाती जिससे इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और बार -बार बीमार पड़ने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है ।
रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बीमारी से बचाने का काम करती है । इसके कम होते ही इंफेकशन, किडनी, लिवर, हृदय, श्वास आदि समस्याएं होने के चांस बढ़ जाते है । अंडरवेट होना महिलाओं के लिए तो और भी ज्यादा खतरनाक है । यदि आपका वज़न जरूरत से ज्यादा कम है तो प्रेग्नेंसी के समय पर कम वज़न व कुपोषण के कारण, आपकी प्रेग्नेंसी मुश्किल भरी हो सकती है ।
इस समस्या को समझना के लिए सबसे पहले इसके कारण जानना जरुरी है, यदि आप सही आहार नही लेते या जरुरत से ज्यादा शारीरिक श्रम करते है या फिर दोनो ही कारण से भी आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है ।इसके अलावा अधिक गुस्सा करने, ज्यादा उपवास या डाइटिंग करने, एक्साइस ना करने की वज़ह से भी आप अंडरवेट हो सकता है । साथ कई बार अंडरवेट होने के पीछे थाइराइड की समस्या भी होती है जो मरीज़ के वज़न पर बहुत असर करती है । पाचनतंत्र या मेटाबोलिज़म के कमज़ोर होने और पेट में कीड़े होने के साथ कई बार अनुवांशिक कारणों से भी बहुत से लोग ज़रुरत से ज्यादा पतला होते है ।
पतला होना – सही आहार ना केवल शरीर के स्फुर्ती देता है बल्कि बीमारियों से हमे दूर भी रखता है । दुबला पतले लोग अकसर आहार को लेकर ज़्यादा ही लापरवाह होते है । अगर आप अपनी सेहत बनना चाहते है तो सही प्रकार के भोजन को अपनी रोज़मर्रा की ज़िदंगी मे शामिल करे । एलकोहल, कॉफी या फिर चाय को कम मात्रा मे ले और अपने भोजन मे तरह-तरह के विटामिन, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, विटामिन डी को शामिल करे ।
सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का अच्छा स्रोत है वही दूध व उससे बने पदार्थ मे शरीर के लिेए जरुरी लगभग सारे पोषक तत्व पाए जाते है ।
सही समय पर किया गया उत्तम भोजन यदि उचित शारीरिक श्रम से मिल जाए, तो वो आपके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ा देता है और हर तरह की शारीरिक व मानसिक समस्या तो सम्भालने की ताकत देते है ।