धर्म,मज़हब,ईश्वर,भगवान,अल्लाह हमेशा से ही एक संवेदनशील मुद्दा रहा है.
धर्म और भगवान् के नाम पर ना जाने कितने लोगों का खून बहा है, कितनी जाने गयी है और ना जाने कितनी सभ्यताएं,संस्कृति नष्ट हुई है.
लेकिन अगर धर्मग्रंथों की बात की जाए तो गीता हो या रामायण, कुरान हो या बाइबिल किसी में भी ये नहीं लिखा गया कि मज़हब या ईश्वर के नाम पर किसी को नुक्सान पहुँचाया जाए.
हर धर्म शांति का ही सन्देश देता है. लेकिन धर्म को मानने वाले शायद ये भूल जाते है .
हर देश में धर्म के नाम पर संघर्ष होता है,कुछ देश सहिष्णु होते है तो कुछ देश बहुत ही कट्टर. आज हम आपको ऐसे देशों के बारे में बताएँगे जहाँ ईश निंदा को सबसे बड़ा अपराध माना जाता है और ईश निंदा की सजा होती है मौत.