रानी रूपमती – भारत की स्त्रियों की सुंदरता के चर्चे दुनियाभर में हैं। भारतीय सौंदर्य को देखकर अच्छे-अच्छे हैरान रह जाते हैं।
भारत में कई सुंदरियों ने जन्म लिया जिनमें से कुछ ने समाज की वजह से अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया।
आज हम आपको भातर के इतिहास की एक ऐसी ही सुंदरी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका रूप ही उसकी मृत्यु का कारण बन गया।
रानी रूपमती की कहानी
भारत के इतिहास में सबसे सुंदर रानियों में रानी रूपमती का नाम भी आता है।
आज भी इतिहास में उनकी कहानी पढ़ी जाती है। मांडू के एक किसान की बेटी थी रूपमती। जैसा नाम था वैसे ही गुण भी थे। वह बेहद रूपवान स्त्री थी। सुंदर होने के साथ-साथ वो गायन कला में भी निपुण थी।
मांडू के अंतिम स्वतंत्र शासक थे बाज बहादुर, उन्होंने भी रूपमती के बारे में सुना था। एक दिन उन्होंने रूपमती को अपने महल में बुलवा लिा और संगीत प्रस्तुति करवाई। राजा रूपमती के सौंदर्य और गायन से इतने प्रसन्न हुए कि उन्होने उससे शादी कर ली।
जब अकबर को रूपमती के सौंदर्य का पता चला तो वो भी उसे पाने की चाहत रखने लगा। उसने बाज बहादुर को पत्र लिखा कि रूपमती को उनकी सेवा में भेज दिया जाए। इस बात पर बाज बहादुर को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने अकबर को पत्र लिखा कि वो ऐसा नहीं कर सकते हैं।
इस पत्र को पाकर अकबर गुस्सा से लाल हो गए और उसने अपने सेनापित आजम खां को आदेश दिया कि वे मालवा पर तुरंत आक्रमण करें और रूपमती को बंदी बनाकर उनके आगे पेश करें। आजम खान ने अपनी विशाल सेना के साथ बाज बहादुर पर आक्रमण कर दिया। एक ओर बाज बहादुर की छोटी सेना थी जिसे अकबर की विशाल सेना का मुकाबला करना था। भले ही बाज बहादुर की सेना ने अकबर की सेना का डटकर मुकाबला किया लेकिन वो युद्ध हार गए। आजम खां ने उसे बंदी बना लिया।
रूपमती ने खत्म किया अपना जीवन
आजम खां जब रूपमती को ले जाने के लिए उसके पास आने लगा तो रूपमती ने विष खाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। अकबर को जब इस बात का पता चला तो वो बहुत आहत हुए और उन्होंने रूपमती के लिए एक मकबरा बनवा दिया। बाज बहादुर को सम्मान के साथ उनके राज्य वापिस भेज दिया। जब बाज बहादुर वापिस मालवा पहुंचे तो उन्होंने रूपमती के मकबरे पर सिर पटक कर अपने प्राण त्याग दिए। आज भी मध्य प्रदेश में इन दोनों के मकबरे स्थित हैं।
रानी रूपमती की कहानी रानी पदमावती से काफी मिलती-जुलती है। रानी रूपमती की ही तरह रानी पद्मावती पर भी खिलजी की बुरी नज़र पर्ड गई थी और उसने उन्हें पाने के लिए जंग छेड़ दी थी। जंग में रानी पद्मावती के पति ही हार हुई और खिलजी के पास ना जाने के लिए रानी पद्मावती ने भी आत्मदाह कर लिया। इतिहास में ना जाने कितनी ही सुंदर स्त्रियों को अपने रूप की कीमत चुकानी पड़ी थी।
रानी रूपमती के इस कदम के बारे में आपका क्या कहना है ?