निकलो ना बेनकाब, ज़माना खराब है !
गायक पंकज उदास का गाया हुआ ये गीत याद आ गया, जब मैंने गाँव की महिलाओं को देखा, जो घुंघट में होते हुए भी बेहद खुबसुरत लग रही थी.
वैसे आपने कई खुबसुरत महिलाएं देखी होगी, लेकिन जिन 10 तस्वीरों को मै आपके सामने ला रहा हूँ, ऐसी नहीं देखी होगी.
ईश्वर की बनाई हुई ये महिलाएं देश के उन गावं खेडो में रहती है, जहां ब्यूटी पार्लर नहीं होते. सजने सवरने के लिए इनके पास ना तो समय है और ना ही पैसे.
फिर भी कहते है ना कि खूबसूरती अमीरी-गरीबी देख नहीं आती. खूबसूरती को तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है.
तो चलिए.. आपको मिलवाते है भारत की उन महिलाओ से, जिनकी लज्जा ही उनकी खूबसूरती है.
इन महिलाओं की लज्जा ही उनकी खूबसूरती है –
1 . सिम्पल होते हुए भी कुछ कहता है ये चेहरा.