मन की बात जुबां पर लाएं
अब गया वो ज़माना जब आंखों ही आंखों में इशारा हो जाता और एक-दूसरे के भाव समझ में आ जाते. अब वक़्त मौसम के साथ बदल गया है. आपने अगर अपने दिल की बात नहीं कही, तो हो सकात है कि कोई और ही…हम जानते हैं आप ऐसा नहीं चाहेंगे, तो देर किस बात की. मन की बात को ज़ुबां पर लाइए और हमसफ़र को हमेशा के लिए अपना बना दीजिए.