ENG | HINDI

दुनिया की इस पहली जेल में घोड़े पर घूमते हैं कैदी

नॉर्वे की जेल में

नॉर्वे की जेल में – अब तक आपने सुना होगा कि जेल एक ऐसी जगह होती है जहां ना तो इंसान खुली हवा में सांस ले पाता है और ना ही अपनी मर्जी से कोई काम कर पाता है।

जेल के कानून और नियम इतने सख्‍त होते हैं कि यहां पर गुज़र-बसर कर पाना सबसे मुश्किल काम होता है।

लेकिन अगर जेल ही किसी 5 स्‍टार होटल में तब्‍दील हो जाए तो आप क्‍या कहेंगें। कंफ्यूज़ हो गए ना कि भला जेल और 5 स्‍टार होटल का क्‍या मेल। आपको बता दें कि कुछ ऐसा ही नॉर्वे में हो रहा है और इसका कारण भी बहुत दिलचस्‍प है।

नॉर्वे की जेल में 5 स्‍टार होटल

नॉर्वे की जेल में बैस्‍टॉय नाम की जेल में कैदियों को मेहमानों की तरह ट्रीट किया जाता है। इस जेल में कभी मां-बाप पर अत्‍याचार करने वाले, उन्‍हें गालियां देने वाले लोगों को रखा जाता था और यहां पर कैदियों को बहुत बुरी सज़ा भी दी जाती थी।

साल 1915 में कैदियों ने अपने ऊपर होने वाले अत्‍याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई और खुद को इससे बचाने का भी प्रयास किया। इस आंदोलन ने एक बड़ा रूप ले लिया और नॉर्वेगियन मिलिट्री को इस परिस्थिति से निपटना मुश्किल हो गया। इसके बाद 1953 में ये जेल पूरी तरह से बंद हो गई और 1970 में इसका अधिकर सरकार के पास चला गया था।

1982 में फिर मिली जेल

1982 में इस जेल को फिर से खोजा गया और इसमें 115 कैदी रहते थे और आज इसे दुनिया की सबसे स्‍वतंत्र जेल कहा जाता है। इस जेल की सबसे खास बात ये है कि यहां कैदियों को टीवी, किचन, लिविंग रूम और यहां तक कि प्राइवेट बैडरूम तक मिलता है। रोज़ सुबह हर कोई काम पर जाता है और उसे सुबह 8.30 बजे रिपोर्ट करना होता है।

नॉर्वे की जेल में खाली समय में कैदियों के लिए घुड़सवारी की व्‍यवस्‍था भी की गई है और वो फिशिंग, अेनिस खेलना, स्‍काईंग और स्‍विमिंग आदि कर सकते हैं वो भी अपने प्राइवेट बीच पर।

नॉर्वे की जेल में सिर्फ 5 गार्ड हैं

नॉर्वे की जेल में कोई भी यूनिफॉर्म नहीं है और कैदी आइलैंड पर अपनी मर्जी से खुलेआम घूम सकते हैं। सबसे खास बात तो ये है कि इस जेल में  कोई जेल अधिकारी नहीं है बल्कि 69 जेल कर्मचारी हैं जिनमें से बस 5 लोग रात को आईलैंड पर चौकीदारी के लिए रहते हैं।

यहां पर कैदियों को इतनी अच्‍छी ट्रीटमेंट दी जाती है शायद इसी वजह से यहां पर यूरो‍प के क्राइम रेट का 70 प्रतिशत में से 6 प्रतिशत ही है। 33 साल में इस जेल में सिर्फ एक बार ही कैदी ने भागने की कोशिश की है।

इस जेल के बारे में जानकर आपको भी हैरानी हो रही होगी। सोचिए अगर भारत में ऐसी कोई जेल खुल जाए तो शायद देश के सारे निखट्ठू अपने काम छोड़कर इसी जेल में भर्ती होने के लिए अप्‍लाई करने लगेंगें।

नॉर्वे की जेल में – आप भी जानते ही हैं कि भारत के लोग कितने चालू होते हैं और आराम फरमाने के लिए वो कुछ भी कर सकते हैं। भारतीयों के गजब कारनामों से तो आप वाकिफ ही होंगें। वैसे आपको तो ये जेल बहुत पसंद आई ही होगी।