जीवन में आज लोगों को अपने लिए ही समय नहीं है. ऐसे में दूसरों के लिए जीना सवाल ही नहीं उठता. लोग खुद में इतने बिजी होने लगे हैं कि उन्हें आसपास में क्या हो रहा है इसकी भनक भी नहीं होती. इसी को कहते हैं आधुनिक भारत. एक ऐसा भारत जहाँ के लोग अपने तक सिमित होने लगे हैं. लगभग हर इंसान इसी सोच में रहता है कि उसको कितना मिल जाए.
किन्तु आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जो ये सोचते हैं कि उनके साथ साथ दूसरे भी सुखी रहें. वो दूसरों का ख्याल रखते हैं. इसके लिए अपने समय से कुछ समय निकालते हैं. इस आधुनिक युग में हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसे आपने कभी सुना नहीं होगा. जी हाँ, कुछ लोग ऐसे हैं जो दूसरों की मदत के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं.
ये काम वो बैंक की मदद से कर रहे हैं. इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि वो बैंक से पैसे ले रहे हैं. बल्कि ये है कि वो खुद एक अलग तरह का बैंक खोले हैं जहाँ से लोगों की मदद करते हैं. एक ऐसा बैंक खोले हैं जहाँ पैसे नहीं बल्कि खाना जमा कर रहे हैं. जी हाँ, ये सरकार की तरफ से नहीं, बल्कि आम लोग ही कर रहे हैं जो नौकरी करते हुए कर रहे हैं.
गरीबी को दूर करें के लिए और लोगों का पेट भरने के लिए कुछ युवा इस काम को अंजाम दे रहे हैं. ये खबर है मुरादाबाद की. यहाँ के १० कामकाजी लोग अपने परिवार के साथ साथ वो सड़क पर जीवन बिता रहे लोगों का पेट भी भर रहे हैं. इन लोगों ने सड़क पर रह रहे लोगों को रोटी देने के लिए एक ऐसे बैंक का निर्माण कर दिया जहाँ पर रोटियां जमा होती हैं. यहाँ पर कोई भी अपने गहर से रोटी लेकर जमा कर सकती है. इस बैंक के लोग कोशिश करते हैं कि शहर के बड़े-बड़े धार्मिक स्थल, फंक्शन, शादी आज जगह जाते हिं और बचा हुआ खाना इस बैंक में लाते हैं. यहाँ पर जमा होता है. इसके बाद ये खाना ये १० लोग औरों की मदद से सड़क किनारे खड़े लोगों को बांटते हैं.
हम आपको बता दें कि ऐसा काम करने वाले कोई फ़रिश्ते नहीं बल्कि आम इंसान ही हैं. इसमें हर पेशे से जुड़े लोग हैं. कोई डॉक्टर हैं तो कोई बिज़नस मैन. सभी तरह के लोग होते हैं. ये लोग अपनी कार से मंदिर, मस्जिद आदि जगहों पर बैठे गरीबों को खाना खिलाते हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि इस काम को केवल १० लोग ही करते हैं. इन १० लोगों की टीम ने आज वो कर दिखाया है जो करना कोई सोचग भी नहीं सकता.