बेटियों के पैदा होने पर होता है जश्न
बांछड़ा समुदाय में बेटी पैदा होने पर जश्न मनाया जाता है, क्योंकि ये बेटी बड़ी होकर उनकी कमाई का ज़रिया बनती है. इस बांछड़ा समुदाय में पैदा होनेवाली बड़ी बेटी पर अपना जिस्म बेचकर पूरे परिवार का भरण-पोषण करने की ज़िम्मेदारी होती है.
ये हमारे सभ्य समाज में इस बांछड़ा समुदाय में एक कड़वी सच्चाई है जहां पेट की आग बेटी की लाज से कहीं ज्यादा बड़ी है.
तभी तो इस बांछड़ा समुदाय में बेटियों के माता-पिता चंद रुपयों के लिए खुलेआम ग्राहक ढूंढने जैसा घिनौना काम करते हैं और बेटियां बेहिचक उनके साथ हम बिस्तर हो जाती है.