बेटियां घर की लक्ष्मी होती है और इस लक्ष्मी की लाज की हिफाज़त करने की ज़िम्मेदारी परिवार के हर सदस्य की होती है.
हर मां-बाप अपनी बेटियों को ज़माने की बूरी नज़रों से बचाकर रखते हैं.
लेकिन हमारे देश में एक समाज ऐसा भी है, जहां खुलेआम बेटियों की इज्जत का सौदा किया जाता है. बेटी को जन्म देनेवाले उसके अपने माता-पिता ही उसकी इज्जत का सौदा करने के लिए ग्राहक ढूंढकर लाते हैं और यह दलील देते हैं कि क्या करें गंदा है पर यही हमारा धंधा है.