श्री राम के सबसे बड़े भक्त, बजरंग बली के भक्त सारी दुनिया में पाये जाते हैं!
उनको याद करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है जिसकी रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी!
कहते हैं बचपन में एक बार बजरंग बली ने सूरज को मुँह में रख लिया था जिस से पूरी सृष्टि में त्राहि-त्राहि मच गयी! फिर क्या था, इंद्र भगवान ने उन पर अपने शस्त्रों से हमला किया और उन्हें बेहोश कर दिया! इस बात से वायु भगवान काफी नाराज़ हो गए थे! लेकिन जब बाकी देवताओं को पता चला कि हनुमान जी भगवान शिव के रूद्र अवतार हैं तो सभी देवताओं ने उन्हें अनेक प्रकार की शक्तियाँ दीं!
उन्हीं सब शक्तियों का वर्णन हनुमान चालीसा में किया गया है और उस की कुछ ऐसी चौपाईयाँ हैं जिनका अगर आप पाठ करेंगे तो जीवन की कई कठिनाईयों से निजाद पा सकते हैं!
आईये देखें कौन सी हैं वो ख़ास 5 चौपाईयाँ:
1)
भूत पिशाच निकट नहीं आवे|
महावीर जब नाम सुनावे||
इसका सीधा अर्थ ये है कि इस चौपाई का रोज़ सुबह-शाम 108 बार पाठ करने से हर तरह के भय से मुक्ति पा सकते हैं आप!
2)
नासै रोग हरे सब पीरा|
जपत निरंतर हनुमत बल बीरा||
इसका मतलब ये है कि सुबह-शाम 108 बार इस का पाठ कीजिये और हर मंगलवार को हनुमान जी की मूर्ती के आगे पूरी हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो हर रोग, हर पीड़ा से छुटकारा मिल जाएगा!
3)
अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता|
अस बार दीन जानकी माता||
ऐसी शक्तियाँ पानी हों जिनसे ज़िन्दगी में कम से कम तकलीफों का सामना करना पड़े तो इस चौपाई का पाठ कीजिये! लाभ ज़रूर होगा!
4)
विद्यावान गुनी अति चतुर|
रामकाज करिबे को आतुर||
इस चौपाई का रोज़ 108 बार जप करने से विद्या और धन, दोनों ही मिल सकते हैं! बस पाठ सच्चे दिल से होना चाहिए!
5)
भीम रूप धरि असुर संहारे|
रामचंद्र जी के काज सँवारे||
इसका तात्पर्य है कि अगर लगता है बहुत से दुश्मन हैं आपके या काम नहीं बन पा रहे और बनते काम बिगड़ रहे हैं तो इस चौपाई के 108 बार जप करने से सभी मुश्किलों से मुक्ति मिलेगी!
ये सब आस्था और विश्वास की बातें हैं! अगर सच्चे दिल से इन्हें मानेंगे और इनका पालन करेंगे तो अवश्य फ़ायदा होगा! वैसे भी, नुक्सान तो होने से रहा!
जय बजरंग बली!