बाबूमोशाय बदुकबाज़ – बॉलीवुड में सभी कलाकारों को नायक की भूमिका निभाने के चाहत होती है।
हर कोई चाहता है कि वह मुख्य किरदार करे लेकिन वहीं एक कलाकार ऐसा भी है जो इस बात की चाह कभी नहीं रखता। अपने अभिनय के दम पर लोगों के दिलों पर राज करने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी कई फिल्मों में मुख्य किरदार में नजर आ चुके हैं। उसके बावजूद उनकी दिलचस्पी हीरो की भूमिका निभाने में नहीं रही।
नवाजुद्दीन का मानना है कि बॉलीवुड में हीरों के अंदर सब अच्छाईयां ही होती है वहीं विलन सौ प्रतिशत बुरा होता है। नावाज ने कहा कि “मैं ऐसे किसी किरदार में यकीन नहीं रखता जो पूरी तरह से पॉजेटिव हो या पूरी तरह से नेगेटिव हो। ऐसा कोई व्यक्ति होता ही नहीं है।“
नवाजुद्दीन का कहना है कि वह कभी अवार्ड के लिए कोई फिल्म नहीं करते हैं।
नवाज एक थियेटर आर्टिस्ट है इसलिए उनके अभिनय में रियलिटी नजर आती है। वो जिस भी किरदार को करते हैं। उसमें डूब जाते हैं।
इनकी आने वाली फिल्म बाबूमोशाय बदुकबाज़ में वो ऐसे ही किरदार में है जैसे किरदार के बारे में सोचते हैं। इस फिल्म में वो यूपी के जेम्सबॉड की भूमिका में है।
जिस तरह से फिल्म ‘जेम्स बॉड’ में हीरो का एटिट्यूड है वैसा ही एटिट्यूज बाबूमोशाय बदुकबाज़ में नवाज का देखने को मिलेगा। इसलिए तो नवाज गर्व से कहते हैं-“ मैं यूपी का जैम्स बॉड हूं”
नवाज के अनुसार बहुत सी भूमिका अभी बाकी है जिसे निभाना चाहता हूं। ‘मुगले-आजम’ में दिलीप कुमार ने जो भूमिका अदा की है नवाज उस तरह की भूमिका अदा करना चाहते हैं। वो कम से कम एक बार तो ऐसा करना ही चाहते हैं।
शायद यही कारण है कि नवाजुद्दीन ऐसी किसी भूमिका को निभाने की चाहत नहीं रखते हैं जो आज के दौर के हीरो जैसा हो। उनके इस ख्यालात से उनके व्यक्तित्व का पता चलता है। जिस चीज की आप कल्पना नहीं कर सकते वो भूमिका निभाने से नवाज कतराते हैं।