भारत को हमेशा से ऋषि-मुनियों की जन्मस्थली, साधु और ज्ञानियों की भूमि कहा जाता रहा है। जो सामान्य जन को अंधकार से प्रकाश के मार्ग पर ले आए, अधर्म का रास्ता छोड़ धर्म का रास्ता दिखाए और उन्हे ज्ञान के अलौकिक तेज से भर दे, उसे ही संत कहा जाता है।
यूं तो कलियुग के समय में इन बातों से काफी लोगों का विश्वास हट गया है जिसकी वजह कईं ऐसे उदाहरण हैं जिन्होने इंसानियत को शर्मिन्दा किया है लेकिन अपवाद हर जगह होते हैं और कलियुग में एक ऐसे ही अपवाद थे बाबा नीम करौली।
आपको जानकर हैरानी होगी कि एप्पल के सीईओ स्टीव जॉब्स भी इनसे जीवन का ज्ञान ले चुके हैं। हनुमान जी के परम भक्त बाबा नीम करौरी ने कईं लोगों के जीवन को सही राह दिखाई और उन्हे अपनी मंज़िल को पाने का हौंसला दिया।
देवभूमि उत्तराखंड की अलौकिक वादियों में बाबा नीम करौली को समर्पित एक तीर्थ स्थल भी बना हुआ है। जहां पूरे साल श्रध्दालुओं का आना-जाना लगा रहता है। आइए आपको बाबा नीम करौली , उनके जीवन और उनके इस धाम से जुड़े कुछ चमत्कारों के बारे में बताते हैं-
1- कहा जाता है कि एक बार बाबा के इस धाम में भक्तों की भारी भीड़ लग गई थी जिसे ट्रैफिक पुलिस वाले भी नहीं हटवा पाए लेकिन बाबा ने चंद मिनटों में ही इस समस्या का निदान कर दिया।
2- एक और चमत्कार के अनुसार, बाबा के धाम में आयोजित भंडारे में एक बार घी की कमी पड़ गईं थी और बाबा के आदेश पर वहां नीचे बहती नदी से पानी भरवाया गया लेकिन प्रसाद बनाते समय वो पानी घी में परिवर्तित हो गया।
3- बाबा करौरी के इस धाम में मांगी गईं हर दुआ कुबूल होती है, ऐसे कईं उदाहरण हैं जो इस बात को साबित करते हैं।
4- कहते हैं कि बाबा में दैवीय ऊर्जा थी वो अचानक ही भक्तो के बीच प्रकट होते थे और अचानक ही लुप्त हो उठते थे। चाहे वाहन से पीछा करो या फिर पैदल, वो अचानक ही विलुप्त हो जाते थे।
5- किसी भी प्रकार से बनावटीपन से परे बाबा नीम करौली भक्तों और दीन-दुखियों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे, वो खुद को आडम्बरों से दूर रखते थे।
6- किवदन्तियों की माने तो बाबा ने एक बार एक भक्त को तपती धूप में बादल का छाता बनाकर गंतव्य स्थान पर पहुंचाया था।
7- एक चमत्कारिक कथा के अनुसार, बाबा नीम करौली के अपने किसी भक्त के परिजन की मृत्यु की जानकरी उसे बातों-बातों में पहले ही दे दी थी।
8- जानकारों के अनुसार, एक बार गंगा स्नान के लिए बाबा नीम करौली का मन ट्रेन से जाने का हुआ और उनके स्टेशन पर पहुंचते ही गाड़ी खुद रूक गई और उनके बैठते ही फिर से चल भी दी। इसका रहस्य चालक भी नहीं समझ पाया।
9- बाबा नीम करौली के एक जगह पर अपने भक्तों का जल संकट दूर करने के लिए कुंआ खुदवाने का आदेश दिया, कुएं का जल खारा निकलने पर उन्होने उसमें थोड़ी चीनी मिलाने को कहा और बताया कि इसके बाद जल हमेशा के लिए मीठा हो जाएगा और ऐसा हुआ भी, उस कुएं का जल आज भी मीठा है।
10- बाबा हनुमान जी के भक्त थे और कहा जाता था कि वो भक्तों से भी उन्ही के दर्शन करने को कहा करते थे, खुद को वो बस उनका भक्त बताते थे।
ये थी बाबा नीम करौली से जुड़ी कुछ जानकारियां, और उनके वो चमत्कार जो किवदन्तियों पर आधारित हैं। हालांकि इनकी सत्यता को लेकर कुछ लोगों के विचार संशयपूर्ण भी हैं तो वहीं कुछ लोग इन बातों को सच का पर्याय मानते हैं।