ॐ शब्द – ओम (ॐ) नाम अपने आप में ही बहुत बड़ा है।
बिना इसके किसी भी घर की पूजा पूरी नहीं हो सकती। इसके बिना हर काम अधूरा ही माना जाता है।ॐ नाम के बिना सृष्टि की कल्पना भी नहीं कि सकती। कहा जाता है कि संपूर्ण ब्रम्हाण से हमेशा ॐ की ध्वनि निकलती रहती है।
आज हम आपको ॐ शब्द का मतलब भी बताएंगे की इसका अर्थ क्या है और इससे निकलने वाली ध्वनि कैसे आपको रोगमुक्त रख सकती है।
हमारे शास्त्रों में ॐ शब्द को पवित्र माना जाता है। ॐ एक ध्वनि ही नहीं ये अनंत शक्ति भी प्रतीत होती है। जो हमें दिखाई नहीं देती लेकिन महसूस होती है। ॐ शब्द तीन अक्षरों से मिलाकर बनता है। ये शब्द है अ उ और म ।“अ” का अर्थ है आविर्भाव या उत्पन्न होना,पैदा होना,“उ” का अर्थ है उठना, उड़ना या विकास करना और “म” मतलब है मौन रखना यानि अपने आप को ब्रम्ह में लीन कर देना।
ॐ नाम से ही संसार की उत्पत्ति हुई है और ॐ ही सारे संसार का पालनहार है।धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष ये चारों पुरुषार्थ हमें ॐ से ही मिलाते है।ॐ का जाप बहुत अधिक मायने रखता है।अनेकों साधकों ने ॐ के जाप से लक्ष्यों को प्राप्त किया है।कोशीतकी एक ऋषि थे, उनकी कोई संतान नहीं थी, संतान प्राप्ति के लिए उन्होंने सूर्य का ध्यान लगाया और ॐ का जाप किया।ॐ का जाप करने से उन्हें पुत्र रत्न मिला। गोपथ ब्रहामण ग्रंथ में बताया गया है कि जो भी व्यक्ति कुश के आसन पर बैठ कर पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके एक हजार बार ॐ का जाप करेगा उसके सभी काम आसानी से पूरे होंगे।
उच्चारण की विधिः सुबह उठकर नित्य काम करके, ॐ नाम का जाप करें। पद्मासन,अर्धपद्मासन,सुखासन और वज्रासन की अवस्था में बैठकर ॐ शब्द का उच्चारण करें। 5 से21 बार 5 से 21 बार करें।उच्चारण तेज बोलकर भी कर सकते है और धीरे धीरे बोलकर भी कर सकते है। माला द्वारा भी ॐ का जाप कर सकते है। ॐ का उच्चारण करने से बहुत अधिक शांति मिलती है।
ॐ शब्द का उच्चारण करने से हमें कई शारीरिक लाभ-
- ॐ का उच्चारण करने से पूरे शरीर की थकान कम हो जाती है।
- ॐ का उच्चारण करने से तनाव मिट जाता है। ॐ का जाप करने से हमारे शरीर की थकान एकदम से दूर हो जाती है।
- जब कभी भी हमें गभराहट महसूस होने लगे या उतावलापन महसूस होने लगे तो हमें ॐ का उच्चारण करने से बहुत लाभ मिलता है।
- तनाव के कारण हमारे शरीर में जो द्रव्य पैदा हो जाते हैं ॐ के जाप द्वारा वो सब नियंत्रित हो जाते हैं।
- ॐ का उच्चारण करने से हमारी जो खाना पचाने की ताकत होती है वह और अधिक हो जाती ह। ॐ का जाप करने से हमारा ह्रदय सुचारू तरीके से कार्य करता है और खून के प्रवाह का संतुलन बना रहता है।
- ॐ का जाप करने से हमें शक्ति व् स्फूर्ति प्राप्त होती है, प्राणायाम के साथ ॐ का जाप करने से हमारे फेफड़े ताकतवर बनते है। जब हम ॐ के दूसरे शब्द का उच्चारण करते हैं तो इससे हमारे गले में जो थाईराइड ग्रन्थि है उसको ताकत मिलती है।
- अगर किसी को नींद ना आने की परेशानी हो तो ॐ का जाप करने से यह परेशानी कुछ ही दिनों में दूर हो जाती है। रात को जब सोने के लिए लेटें तो कुछ देर तक ॐ का जाप करें. ऐसा करने से बहुत अच्छी नींद आती है।
- जब हम ॐ की पहले शब्द का उच्चारण करते हैं, तो इससे हमारे शरीर में कंपन पैदा हो जाता है. इस कंपन से हमारी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, और इसकी काम करने की शक्ति अधिक हो जाती है।
ये है ॐ शब्द की दिव्यता – तो जान गए ना ॐ के जाप का अपार लाभ तो आज से आप बिना किसी स्वार्थ के भगवान की भक्ति किजिए और ॐ का निरंतर करते रहें।