भारत देश के अंदर लगातार कोरोनावायरस के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं. डॉक्टर्स और प्रशासन लगातार हर व्यक्ति की जांच करना चाहता है. जब से दिल्ली के अंदर तब्दीली जमात का मामला सामने आया है तभी से मामले बढ़ते हुए दिखे हैं. यही कारण है कि डॉक्टर और प्रशासन लगातार और मुस्लिम इलाकों के अंदर जांच कर रहा है, जहां पर तब्दीली जमात के लोगों के होने की आशंका है. आपको बता दें कि डॉक्टर और प्रशासन यह कहीं नहीं साबित कर रहा है कि इन लोगों ने गलत काम किया है बल्कि डॉक्टर तो केवल और केवल इन लोगों की भलाई के लिए ही काम कर रहे हैं लेकिन जिस तरीके से इंदौर और उसके बाद देश के दूसरे इलाकों में मुस्लिम लोगों ने डॉक्टर्स के ऊपर हमले किए हैं तो इसकी आलोचना जरूर करनी चाहिए.
सोचने वाली बात यह है कि अगर कहीं इन मुस्लिम लोगों का ईलाज करना डॉक्टर ने बंद कर दिया तो यह कहां जाएंगे? अभी जिस हालात में देश है उन हालातों में डॉक्टर्स भगवान से बड़े नजर आ रहे हैं, हमारी जान बचाने के लिए यह लोग अपने परिवार को भी खतरे में डालते हुए दिख रहे हैं. डॉक्टर के ऊपर जिस तरीके से हमले हुए और खासकर महिला डॉक्टरों के ऊपर भी हमले किए गए हैं तो उसके बाद बोला जा सकता है कि यह मुस्लिम लोगों के लिए शुभ संकेत नहीं है.
कोरोना वायरस एक ना एक दिन तो जाता हुआ नजर निश्चित रूप से आएगा लेकिन उसके बाद जब डॉक्टर अगर मुस्लिम लोगों का ईलाज करने से ही मरा कर दें तब उस स्थिति में यह कहां जाएंगे और किससे ईलाज करवाएंगे? यह सोचने वाला सवाल है. हम यह नहीं बोल रहे हैं कि सभी मुस्लिम एक तरीके से ही व्यवहार कर रहे हैं लेकिन इस तरीके से महिला डॉक्टर्स के ऊपर भी हमले किए जा रहे हैं तो कहीं ना कहीं डॉक्टर्स के मन में जहर घुलता हुआ नजर आ रहा है.