हम आए दिन भारत के विभिन्न भागों में रह रहे अफ्रीकी छात्रों पर हमले की खबरे सुनते रहते हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कारण है कि भारत में अफ्रीकी छात्रों पर हमले होते हैं. जबकि देश में कई अन्य देशों के भी छात्र रहकर पढ़ रहे हैं. उन पर इस प्रकार के हमलों की या उन्हें परेशान किए जाने की खबरे क्यों नहीं आती है.
दरअसल, इसके पीछे जो कारण है वह बहुत ही हैरान करने वाले हैं. आरोप है कि अफ्रीकी देश नाइजीरिया आदि से स्टूडेंड वीजा पर भारत आने वाले अधिकांश छात्र नशे के कारोबार में लिप्त है.
वो यहां अफ्रीकी देशों से नशीले पदार्थ लाकर स्कूल कॅालेजों में सप्लाई करते हैं. क्योंकि ये छात्र होने के साथ विदेशी नागरिक होते हैं इसलिए पुलिस भी जल्दी से इन पर हाथ नहीं डालती है.
क्योंकि यदि पुलिस इनको गिरफ्तार करती है या पूछताछ के लिए थाने लाती है तो उसे संबंधित देश की एंबेसी को सूचित करना पड़ता है. पुलिस कागजी कार्रवाई के साथ इस बात से भी डरती है कि कहीं उनसे ही इसको लेकर जवाब तलब न हो जाए. क्योंकि देखा गया है कि कई बार तो ये लोग पकड़े जाने पर उल्टे पुलिस पर ही आरोप लगा देते हैं.
ऐसे में एंबेसी का दवाब होने के कारण पुलिस के आला अधिकारी मामले को रफादफा करने के लिए अपने महातहत अधिकारियों पर ही कार्रवाई कर देते है. इस कारण पुलिस भी इनसे दूर ही रहती है.
इसका फायदा वो लोग उठाते हैं जिनका मकसद पढ़ाई की आड़ में भारत आकर अवैध धंधा करना होता है.
अक्सर देखा गया है कि नाइजीरिया आदि देशों के काफी बड़ी उम्र के लोग भी भारत आकर कॅालेजों में दाखिला लेते हैं. यही नहीं इनका सहारा लेकर दूरिस्ट वीजा पर लड़किया भी आती है जो यहां सेक्स के धंधों में इन्वोल्व रहती है.
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में इनको लेकर काफी समय समय पर शिकायते भी मिलती रहती है. लेकिन विदेशों से संबंधों की कीमत पर अक्सर इनके गलत कार्यों पर हमेशा ही पर्दा डाला जाता रहा है.
इससे सबसे ज्यादा नुकसान उन लोगों को होता है जो वास्तव में पढ़ाई करने के इरादे से भारत आए हैं.
पिछले दिनों नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर हमले और मारपीट हुई उसके पीछे भी ड्रग्स से जुड़ा मामला है. 27 अप्रैल को नोएडा के एक स्थानीय लड़के की मौत के बाद स्थानीय नागरिकों ने अफ्रीकी छात्रों पर हमले किये और उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया.
आरोप है कि नाइजीरियाई लोग उस छात्र को ड्रग्स सप्लाई करते थे. ड्रग्स के आदि उस छात्र ने नशे में ड्रग्स की ज्यादा डोज ले ली. जिससे उसकी मौत हो गई और स्थानीय लोग इससे भड़क गए.
इसके बाद नोएडा में रहने वाले नाइजीरियाई लोगों को टारगेट बनाकर उन पर हमला किया गया. इसमें कई नाइजीरियाई बुरी घायल हुए जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
वही दूसरी ओर पुलिस ने इस मामले में भी अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और करीब 1200 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है.
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