कभी अच्छे पैसे कमाने का लालच देकर तो कभी धर्म के नाम ब्रेनवाश करके इन लड़कियों को पहले दुसरे युवाओं के सम्पर्क में लाया जाता है. उसके बाद उनकी योग्यता के अनुसार काम दिया जाता है.
औरतों और कमसिन लड़कियों को अक्सर सेक्स स्लेव बनाकर रखा जाता है और उनके साथ जानवर से भी बदतर व्यवहार किया जाता है.
पुणे की लड़की की किस्मत अच्छी थी जो वो ISIS के जाल में फंसने से पहले ही ATS द्वारा बचा ली गयी लेकिन फिर भी ना जाने कितनी ऐसी मासूम है जिन्हें धर्म की लड़ाई के नाम पर बुलवाकर दिन भर उनके शरीर को नोचा जाता है.