अटल बिहारी वाजपेयी – राजनीति से जुड़े कई किस्से ऐसे हैं जिनकी गूंज राजनीति के गलियारों में आए दिन होती है लेकिन कुछ ऐसी भी बातें हैं जिनका ज़िक्र होना यूं तो बहुत ज़रूरी है लेकिन उनके बारे में बात की ही नहीं जाती है।
राजनीति और राजनेताओं से जुड़े खराब पहलुओं पर अगर चर्चा होती है तो कुछ सुर्खियों में तो वो मुद्दे भी आने चाहिए, वो खबरें भी आनी चाहिए जो सकारात्मक हैं या जिनका आम जनता पर सकारात्मक असर हो सकता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि राजनीति में ऐसी बाते हैं ही नहीं, तो मैं आपके लिए आज एक ऐसी ही बात लेकर आई हूं जिसे पढ़ने के बाद आपकी सोच ज़रूर बदल जाएगी। ये बात देश के पूर्व प्रधानमंत्री और एक सशक्त नेता अटल बिहारी बाजपेयी जी से जुड़ी है। हालांकि इस बात की सत्यता का दावा हम नहीं करते लेकिन फिर भी हाल ही में एक न्यूज़ चैनल के इंटरव्यू में जो बात सामने आई है वो हम आपको बताने जा रहे हैं।
जी हां, एक ऐसी ही खबर सामने आई है, ये खबर जुड़ी है तारीख 22 जनवरी 1992 से, इस तारीख से जुड़ी एक बात बहुत ही खास है।
आइए आपको बताते हैं, इस वाक्ये के बारे में.. लखनऊ से दिल्ली के लिए उड़ान भर रहे इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन को एक आदमी से हाईजैक कर लिया था।
इस प्लेन के 15 मिनट उड़ान भरने के बाद ही एक आदमी ने इसे हाईजैक कर लिया। ये आदमी सबको धमकी दे रहा था कि उसके हाथ में केमिकल बम है। ‘प्लेन हाईजैक हो गया है’ इस खबर के लखनऊ एयर कंट्रोल पर एयर होते ही देशभर में खलबली मच गई। इस प्लेन में उस वक्त 48 यात्री सवार थे।
अटल बिहारी वाजपेयी उस वक्त अपोजिशन के नेता थे। हाईजैकर की सिर्फ एक ही डिमांड थी कि वो अटल बिहारी वाजपेयी से मिलना चाहता था। उसका कहना था कि अगर अटल जी नहीं आए तो वो उस प्लेन को उड़ा देगा।
अटल जी तक जब ये खबर पहुंची तो वो खाना छोड़कर तुंरत ही घटना स्थल की तरफ निकल पड़े। एक ही गाड़ी में अटल जी और लालजी टंडन और अगली सीट पर डीएम निकले। हाईजैकर लगातार एटीसी वालों से बात कर रहा था और अटल जी ने भी एटीएस की टीम में शामिल होकर उससे बात की लेकिन वो आदमी मानने को तैयार ही नहीं था कि ये आवाज़ अटल जी की है। वो बार-बार प्लेन उड़ाने की धमकी दे रहा था।
फिर डायरेक्ट एक्शन लेने के बारे में सोचा गया लेकिन उन यात्रियों की ज़िदंगी का सवाल था जो वहां उस प्लेन में फंसे हुए थे। अटल जी ने हिम्मत दिखाते हुए कहा कि वो प्लेन के अंदर जाएंगे लेकिन पहले तो प्रशासन नहीं माना फिर कोई उपाय न देख उनकी सिक्योरिटी के साथ प्लेन में जाने की बात तय हुई।
लालजी टंडन ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि प्लेन में घुसते ही उन्होंने हाईजैकर को समझाया। हालात ये थे कि अटल जी और हाईजैकर दोनों एक-दूसरे के सामने खड़े थे, लाल जी ने हाईजैकर से कहा कि अटल जी उनके सामने खड़े हैं और अब उसे अटल जी के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए।
जैसे ही वो हाईजैकर अटल जी के पैर छूने के लिए झुका, उसे काबू में कर लिया गया और उसके बाद उन सारे यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।