महात्मा गांधी
राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गांधी का नाम मोहनदास करमचंद गांधी था.
सत्य और अहिंसा का मार्ग दुनिया को गाँधी जी ने ही दिखाया था. शांतिप्रिय विद्रोह को महात्मा गांधी ने सत्याग्रह का नाम दिया. गांधी जी के दिखाये मार्ग पर चलकर ही खान अब्दुल गफ्फार खान, मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसे लोगों ने अपने अपने देश में बुराइयों से लड़ाई की.
जैसा की हम जानते है जब कोई समाज को बदलने की कोशिश करता है तो उसके चाहने वालों के साथ साथ ही उसके दुश्मनों की संख्या भी बढ़ जाती है. ऐसा ही गाँधी जी के साथ हुआ.
आज़ादी के बाद भारत का विभाजन हुआ. बहुत से लोग इस विभाजन के लिए महात्मा गांधी को भी जिम्मेदार मानते थे. ऐसे ही लोगों में से एक था नाथूराम गोडसे. 30 जनवरी 1948 को एक पार्थना सभा के दौरान गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी.
गांधी तो मर गए पर उनकी सोच और उनके विचार आज भी अमर है.