विज्ञान और टेक्नोलॉजी

गूगल पर सर्च किया ये शब्‍द तो बदल जाएगी फोन की स्‍क्रीन

गूगल पर सर्च – देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है गूगल जो हर सेकेंड लाखों-करोड़ों रुपए कमाती है। हर रोज़ दुनियाभर से लाखों-करोड़ों लोग अपने मन के सवालों का जवाब खोजने के लिए गूगल का इस्‍तेमाल करते हैं।

आपने अब तक कई चीज़ें गूगल पर सर्च की होंगीं जिनका गूगल ने तुरंत जवाब आपको दे दिया होगा लेकिन क्‍या आप ये जानते हैं कि गूगल पर सर्च की गई कुछ चीज़ों की वजह से आपकी स्‍क्रीन टेढ़ी हो सकती है। जी हां, सच में ऐसा होता है कि कुछ शब्‍दों को गूगल पर सर्च करने पर आपके फोन की स्‍क्रीन में बदलाव आ सकता है।

क्‍या हैं वो शब्‍द

जान लीजिए कि अगर आप गूगल पर askew सर्च करेंगें तो आप देखना आपके फोन में गूगल का वो पेज थोड़ा झुक जाएगा यानि की हो गई स्‍क्रीन टेढ़ी। सिर्फ पेज ही टेढ़ा होगा और उसे देखने के लिए आपको अपना फोन भी टेढ़ा करना पड़ेगा। तो हो गई ना स्‍क्रीन टेढ़ी।

अब आप ज़रा खुद गूगल पर जाकर इसे चैक करिए और बताइए कि आपकी स्‍क्रीन में क्‍या बदलाव आया।

इसके अलावा गूगल के बार में एक और बात चौंकाने वाली है और वो ये कि यहां पर इंप्‍लॉयीज़ में बकरियां भी काम करती हैं। जी हां, ये खबर सुनकर आपको हंसी आ जाएगी और शायद एक बार को तो आप इस पर यकीन भी ना करें लेकिन ये सच है कि गूगल के ऑफिस में बकरियां भी काम करती हैं। गूगल के ऑफिस में घास काटने के लिए तकरीबन 200 बकरियों को रखा गया है। इसके पीछे एक बड़ी वजह है और वो ये है कि यहां पर मशीनों से घास काटने पर उससने निकलने वाले धुएं और शोर से यहां काम करने वाले लोगों को परेशानी हुआ करती थी। इस मुसीबत का तोड़ निकालने के लिए गूगल ने मशीनों की जगह बकरियों को काम पर रख लिया।

लॉन्‍च के समय गूगल के होमपेज को काफी सिंपल रखा गया था। उस समय लोगों को एचटीएमएल की ज्‍यादा नॉलेज नहीं थी और यही वजह थी कि इसके होमपेज पर ज्‍यादा कुछ करामात नहीं दिखाई गई थी। बस तभी से लेकर अब तक गूगल का होमपेज सिंपल ही रखा गया है।

गूगल की कंपनी काफी पुरानी है और ये पिछले 12 सालों में 827 कंपनियां खरीद चुका है। Youtube भी इसमें शामिल हैं।

गूगल एक अमेरिकी बहुराष्‍ट्रीय कंपनी है जिसने इंटरनेट सर्च, क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग और विज्ञापन तंत्र के क्षेत्र में खूब पैसा और नाम कमाया है। इसे लैरी पेज ओर सर्गेई बिन ने स्‍थापित किया था। इन्‍हें ‘गूगल गाइस’ के नाम से संबोधित किया जाता है।

गूगल दुनियाभर में फैले अपने डाटा केंद्रो से दस लाख से भी ज्‍यादा सर्वर चलाता है और दस अरब से ज्‍यादा खोज-अनुरोध तथा चौबीस पेटाबाईट उपभोक्‍ता संबंधित जानकारी संसाधित करता है। गूगल की संयुक्‍ति के बाद इसका विकास बहुत तेजी से हुआ है जिसकी वजह से कंपनी ने कई और चीज़ें भी लॉन्‍च करने में सफल रही है। ये प्रतियोगिता भी इसी का एक हिस्‍सा है। गूगल आज हर किसी के जीवन का अभिन्‍न्‍ अंग बन गया है।

Parul Rohtagi

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